Agniveer Bharti reality : अग्निवीर भर्ती से निराश पौड़ी के सुमित ने फांसी लगाकर दे दी जान, भर्ती रैली से बाहर होने पर उठाया आत्मघाती कदम
समय पर इलाज न मिलने से महिला की गई जान, सांप के काटने पर परिजन कराते रहे झाड़-फूंक
Agniveer Bharti reality : चौतरफा बेरोजगारी का दंश झेलने के बाद चार साल के रोजगार की भी उम्मीद टूट जाए तो आंखों में भविष्य का अंधेरा लिए युवाओं पर जो गुजरती होगी उसकी एक दुःख भरी बानगी पौड़ी जिले में देखने को मिली। जहां एक युवा ने बेरोजगारी से त्रस्त होकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। फांसी के फंदे पर लटककर जान देने वाला यह लड़का कोटद्वार में अग्निवीर योजना के तहत चल रही भर्ती रैली से निराश होकर लौटा था। हालांकि इस घटना को प्रशासन के स्तर पर छिपाने के प्रयास तो हुए लेकिन देहरादून के एक पत्रकार की बदौलत मामला प्रकाश में आ गया।
जानकारी के अनुसार सुमित कुमार (23 वर्ष) पुत्र ताजवर सिंह, निवासी नौगांव कमांडा तहसील सतपुली जिला पौड़ी गढ़वाल बीते दिन कोटद्वार की अग्निवीर योजना के तहत होने वाली उसी भर्ती रैली में शामिल होने गया था जिस पर भर्ती रैली में शामिल होने आए युवाओं के साथ ही प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज तक उंगलियां उठा चुके हैं। बताया जा रहा है कि बदइंतजामों के साथ हो रही इस भर्ती रैली से सुमित निराश होकर वापस घर लौटा था। दरअसल 23 साल के सुमित के पास सेना में भर्ती होने का यही आखिरी साल था। अगले साल उम्र के मानक पर फिट न होने के कारण वह भर्ती होने का प्रयास भी नहीं कर सकता था।
लेकिन जैसा कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में खुद कबूल किया कि इस भर्ती रैली में 300 युवाओं को दौड़ाकर 8-10 युवाओं को ही चुना जा रहा है। जबकि पूर्व में 300 में 60 का चयन किया जाता रहा था। 1600 मीटर दौड़ के लिये 5:40 सेकन्ड का समय होने के बाद भी 5 मिनट में दौड़ समाप्त करने के साथ ही 163 सेमी. की जगह 170 सेमी. ली जा रही थी। ऐसी विपरीत परिस्थितियों में आयोजित हो रही इस भर्ती रैली में शामिल होने आए हजारों युवा निराश होकर लौट रहे थे।
सुमित के परिजनों की मानें तो इन्हीं परिस्थितियों का शिकार होकर सुमित बीती शाम कोटद्वार की भर्ती रैली से घर वापस लौटा था। रात का खाना खाकर वह अपने कमरे में सोने चला गया था। लेकिन सुबह देर तक जब उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने कमरे में झांककर देखा तो सुमित छत के कुंडे के सहारे रस्सी से लटका हुआ था।
सुमित की मौत के बाद घटना की जानकारी मिलने पर इलाके के राजस्व निरीक्षक वेदप्रकाश पटवाल ने गांव पहुंचकर मृत युवक का पंचनामा आदि भरने की कार्यवाही की। परिजनों ने इस मामले में शव का पोस्टमार्टम न किए जाने की भी गुजारिश की है।