Bhopal News: कर्ज़ के बोझ तले दबे किसान ने परिवार से पूछा, "कौन-कौन खायेगा जहर ?"
Bhopal News। कोरोनाकाल के दौरान बेरोजगार हुए लोगों की ज़िंदगी कितनी मुश्किल हो चली है, यह भुक्तभोगी ही अच्छी तरह जानते हैं। इन मुश्किलात के साइड इफेक्ट के रूप में आने वाली ढेरों खबरों में से एक हमारे देश के मध्यप्रदेश राज्य से आ रही है। जहां हालात का मारा एक बेबस पिता जहर लेकर अपने घर पहुंचकर परिवार के सदस्यों से पूछता है, "कौन-कौन खायेगा जहर !"
शुरुआती जानकारी कहती है कि किसान ने यह कदम कर्ज़ से परेशान होकर उठाया है, लेकिन इस तथ्य की आधिकारिक पुष्टि होना अभी बाकी है। कर्ज से परेशान यह किसान पूरे परिवार के लिए जहर लाया था। घर में उसने पूछा कि कौन कौन जहर खाएगा। इस बीच उसने खुद जहर खाया तो बेटी ने भी खा लिया। पत्नी जहर खाती, तभी उसका बेटा जहर की पुड़िया लेकर भाग गया। इससे मां और बेटे दोनों बच गए। घटना मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के सांपखेड़ा गांव में की है। ये घटना गुरुवार की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक सापखेड़ा गांव के ही रहने वाले ईश्वर सिंह ने स्वयं सहायता समूह से लोन लेकर अपने एक साथी के साथ मिलकर गांव के पास 4 बीघा जमीन लीज पर ली थी। उस पर सब्जियों की खेती शुरू की थी। जब सब्जी की फसल पूरी तरह तैयार हो गई, तो ईश्वर सिंह का साथी गुड्डू के बीच विवाद होने लगा। दबंग गुड्डू ने ईश्वर सिंह को खेत पर नहीं आने दिया और अकेले खेत से सब्जी तोड़कर बेच रहा था। इधर ईश्वर पर कर्ज लौटाने का दबाव बना हुआ था। इसके चलते ईश्वर सिंह और उसका पूरा परिवार कर्ज से परेशान था। कहीं से कोई मदद की उम्मीद न देखते हुए परेशान होकर पूरे परिवार ने जहर खाने का फैसला किया।
ईश्वर सिंह सुबह बाजार से जहर लाया और उसने परिवार के सभी सदस्यों से पूछा कि जहर कौन कौन खाना चाहता है। इसके साथ ही ईश्वर सिंह (40) ने जहर खा लिया। इसके तुरंत बाद उसकी उनकी बेटी खुशबू (16) ने भी जहर खा लिया। लेकिन ईश्वर सिंह की पत्नी जब तक जहर खाती, उससे पहले ही बेटा जहर की पुड़िया लेकर भाग गया। जहर खाते ही किसान और उसकी बेटी दोनों की तबियत बिगड़ने लगी। परिवार और पड़ोस के लोग उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। फिलहाल कोतवाली पुलिस की जानकारी में सारा प्रकरण आ चुका है। मामले की जांच में पुलिस जुट गयी है।