Begin typing your search above and press return to search.
आजीविका

आजमगढ़ एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों को निरहुआ ने बताया जमीन हड़पने वाला, जनता ने कहा अपराधी हैं BJP सांसद

Janjwar Desk
20 Nov 2022 11:52 AM GMT
आजमगढ़ एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे किसानों को निरहुआ ने बताया जमीन हड़पने वाला, जनता ने कहा अपराधी हैं BJP सांसद
x
Azamgarh Airport : सांसद निरहुआ ने आज़मगढ़ के लोगों को मनबढ़ बोलकर आज़मगढ़ के लोगों के मान-सम्मान को आघात पहुंचाया है। आज़मगढ़ के लोगों को ऊपर पहुंचाने, जेल में डालने और घुटने को घायल करने वाला निरहुआ का बयान आपराधिक कृत्य को बढ़ाने वाला है। सांसद ने एयरपोर्ट का विरोध करने वालों को जमीन हड़पने वाला बताया है, जो कि आंदोलनकारियों का अपमान है...

Azamgarh Airport : आजमगढ़ एयरपोर्ट बनाये जाने के खिलाफ लंबे समय से आंदोलन कर लोगों ने आज 20 नवंबर की सुबह 11 बजे खिरिया बाग, जमुआ से जमीन-मकान बचाने के लिए पदयात्रा निकाली। पदयात्रा जिगिना करमनपुर, हसनपुर, कादीपुर हरिकेश होते हुए खिरिया की बाग आई।

महिलाओं-पुरुषों ने नारे लिखी तख्तियां लेकर पदयात्रा की। विकास के नाम पर गांव की जमीन-मकान छीनने वाले वापस जाओ, जमीन हमारी आपकी नहीं किसी के बाप की, पहले लड़े थे गोरों से अब लड़ेंगे चोरों से, जमीन हमारी उड़ान तुम्हारी नहीं चलेगा, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का मास्टर प्लान वापस लो, लड़ेंगे-जीतेंगे, जमीन के लुटेरों वापस जाओ नारे लगाए।

पदयात्रा के बाद आयोजित सभा में वक्ताओं ने निंदा करते हुए कहा कि सांसद निरहुआ ने आज़मगढ़ के लोगों को मनबढ़ बोलकर आज़मगढ़ के लोगों के मान-सम्मान को आघात पहुंचाया है। आज़मगढ़ के लोगों को ऊपर पहुंचाने, जेल में डालने और घुटने को घायल करने वाला निरहुआ का बयान आपराधिक कृत्य को बढ़ाने वाला है। सांसद ने एयरपोर्ट का विरोध करने वालों को जमीन हड़पने वाला बताया है, जो कि आंदोलनकारियों का अपमान है।


धरनारत आंदोलनकारी नेताओं ने आह्वान किया कि जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा प्रदेश भर के किसान आंदोलनकारियों के साथ 26 नवम्बर को लखनऊ राजभवन पर अपनी मांगों को लेकर मार्च करेगा। हमारे जमीन-मकान बचाने की मांग और खेती किसानी बचाने की मांग एक हो चुकी है।

जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के संयोजक राम नयन यादव ने बताया कि धरने के 39वें दिन जमीन-मकान बचाओ पदयात्रा निकालकर हमने यह संदेश दिया कि हम जमीन नहीं देंगे।

पदयात्रा में संयुक्त किसान मोर्चा के रामकुमार यादव, दुखहरन राम, राजेश आज़ाद, राजीव यादव, राम राज, अधिवक्ता विनोद यादव, विरेन्द्र यादव, राधेश्याम शामिल रहे।

Next Story

विविध