Jhansi news : स्टेट बैंक और सूदखोरों के कर्ज में डूबे यूपी के किसान ने की आत्महत्या
Jhansi news : उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित ब्लाक बंगरा थानांतर्गत उल्दन के ग्राम पंचायत राजगीर के बगरौनी जागीर निवासी 29 वर्षीय युवा किसान नीरज पटेल ने आर्थिक तंगी और सरकारी—गैर सरकारी कर्ज के चलते जान दे दी।
जागीर निवासी किसान नीरज पटेल सात बीघा का काश्तकार था, खेती किसानी करके अपना अपने परिवार का भरण पोषण करता था। परिवार में उसकी विधवा मां, पत्नी सहित दो छोटे बच्चे हैं। नीरज परिवार में अकेला कमाने वाला था, क्योंकि पिता राजेन्द्र पटेल का 10 वर्ष पूर्व निधन हो गया था।
जानकारी के मुताबिक नीरज ने कुछ वर्ष पूर्व स्टेट बैंक रानीपुर से लगभग 183000 रुपये का ऋण लिया था। सरकारी ऋण के अलावा उसके ऊपर लाखों रुपये का साहूकारों का भी कर्ज था। कई वर्षों से फसलें ठीक से नहीं रही थीं, इसलिए परिवार की आर्थिक तंगी बढ़ गई थी। डेढ़ साल पहले वह सरकारी कोटेदार था, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते कोटा भी बंद हो गया था।
परिजनों का कहना है कि वह लोग कई महीनों से आर्थिक तंगी झेल रहे थे। स्टेट बैंक रानीपुर के द्वारा बार-बार कर्ज वसूली का नोटिस नीरज के घर भेजा जा रहा था। बार-बार फोन के माध्यम से कर्ज जमा करने का दबाव बैंक बना रहा था। कई दिनों से कर्ज चुकाने के लिए नीरज तनाव में था। जब कहीं से भी कर्ज चुकाने का कोई रास्ता नजर नहीं आया तो उसने 8 अगस्त को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
मृतक किसान नीरज के बहनोई जयहिंद पटेल कहते हैं, पिछले कई महीनों से कर्ज चुकाने के लिए वह परेशान थे। ऊपर से स्टेट बैंक रानीपुर का बार-बार फोन आता था, नोटिस आता था, इसी टेंशन में उन्होंने कल घर पर ही फांसी लगाकर जान दे दी, जिसकी सूचना पुलिस को दी और पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मऊरानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया।
नीरज की मौत की सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिवनारायण सिंह परिहार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊरानीपुर में पहुंचे। परिजनों को ढाढ़स बंधाते हुए हरसंभव मदद की बात कही। साथ में मुख्यमंत्री योगी जी से मृतक किसान के परिजनों को पाँच लाख रुपये की आर्थिक मदद और सरकारी ऋण माफ करने की मांग की।
शिवनारायण सिंह ने सरकार से सिफारिश की कि अब नीरज के परिवार पर बैंक ऋण चुकाने का दबाव न डाले, उसे माफ कर दिया जाये। इस मौके पर शेखर राज बडोनिया, पुष्पेंद्र, हरिशंकर पटेल, रमाकांत जय हिंद समेत तमाम ग्रामीण उपस्थित रहे।