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हाशिये का समाज

Ghaziabad Crime News : गौ हत्या के नाम पर 7 मुस्लिम युवकों को पैर में गोली मारने वाले एसएचओ को बीजेपी विधायक का मिल रहा साथ

Janjwar Desk
17 Nov 2021 5:12 AM GMT
Ghaziabad Crime News : गौ हत्या के नाम पर 7 मुस्लिम युवकों को पैर में गोली मारने वाले एसएचओ को बीजेपी विधायक का मिल रहा साथ
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विवाद का विषय बना गौ तस्करी के नाम पर सात युवकों को पैर में गोली मारने के बाद एसएचओ का तबादला।

Ghaziabad Crime News : पवन कुमार ने कहा कि आरोपियों ने छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की। सभी सातों आरोपियों के पैर में गोली लगी है। वहीं बीजेपी विधायक ने विभागीय अपर मुख्य सचिव इस संबंध में पत्र लिखा है।

Ghaziabad Crime News : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में पांच दिन पहले गौ हत्या के कथित आरोप में गुरुवार को स्थानीय पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद 7 नाबालिगों गिरफ्तार किया था। अब यह मामला विभागीय स्तर पर विवाद का विषय बन गया है। खास बात यह है कि गो हत्या के आरोप में गिरफ्तार सातों आरोपियों के पैर में ही गोली लगी है। जानकारी के मुताबिक सभी आरोपी नाबालिग हैं। सवाल यह है कि ऐसा कौन सा एनकाउंटर है, जिसमें सभी आरोपियों के पैर में ही गोली लगे। इसके अलावा गो तस्करों के खिलाफ आपरेशन के अंजाम देने वाले पुलिस अधिकारियों ने गोली चलाने की परमिशन किससे ली।

आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच जारी


वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने बताया है कि आरोपियों की पहचान मुस्तकीम, सलमान, मोनू, इंतजार, नाजिम, आसिफ और बोलर के रूप में हुई है। दो अन्य लोग भूरा और दानिश फरार हो गए। आरोपियों ने छापेमारी के दौरान पुलिस टीम पर गोलियां चलाईं जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई की। सभी सातों आरोपियों के पैर में गोली लगी है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन गायों के अवशेष, सात देसी पिस्तौल, सात खाली कारतूस, पांच चाकू और दो कुल्हाड़ी बरामद की हैं। आरोपियों के पिछले आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। जिन गायों का वध किया गया है, उनके नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। मृत पशुओं का एक पशु चिकित्सक की देखरेख में निस्तारण किया गया।

एसएचओं ने एसएसपी के आदेश को मानने से किया इनकार

दूसरी तरफ गौ तस्करों से मुठभेड़ के ठीक दो दिन बाद गाजियाबाद पुलिस में 5 एसएचओ के तबादले किए थे। इन तबादलों में लोनी बॉर्डर के एसएचओ का तबादला भी हुआ था। एसएसपी पवन कुमार ने एसएचओ राजेंद्र त्यागी को लोनी बॉर्डर थाना प्रभारी पद से हटाकर इंदिरापुरम थाना का निरीक्षक अपराध शाखा बनाया था। लेकिन एसएसपी के आदेश पर वह इंदिरापुरम थाना में ज्वाइन करने नहीं गए। उन्होंने रात दस बजे जीडी में तस्करा डाला और घर के लिए रवाना हो गए। एसएचओ का कहना है कि अब उनका नौकरी करने का मन नहीं है। लिहाजा तीन माह की छुट्टी लिखकर जा रहा हूं। अधिकारी स्वीकृत करें तो ठीक है, नहीं तो उनकी मर्जी।

मुझे सम्मान मिलने के करने के कारण थाने से हटाया गया

इंस्पेक्टर का कहना है कि मुठभेड़ के बाद लोनी के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर व हिंदू संगठनों द्वारा उनका सम्मान करने के कारण थाने से हटाया गया हैं उन्होंने सम्मान करने के लिए किसी को नहीं बुलाया था। लोग खुद थाने आए थे। अधिकारियों को इसमें कुछ गलत लगता है तो पहले जांच कराते। फिर कार्रवाई करते। उन्होंने लोगों से कहा था कि वह उनका नहीं, एसएसपी का सम्मान करें। लेकिन लोग नहीं माने। एसएसपी ने 26 सितंबर को उन्हें लोनी बॉर्डर थाने का एसएचओ बनाया था।

एसएचओ ने डायरी में लिखा...

गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ करने वाले गाजियाबाद के एसएचओ ने पुलिस स्टेशन की जनरल डायरी में तबादला किए जाने को लेकर नाराजगी जताई है। चार्ज दूसरे इंस्पेक्टर को चार्ज देने से पहले राजेंद्र त्यागी ने लिखा - मैं राजेंद्र त्यागी एसएसपी के पत्र के बाद, चार्ज प्रदीप शर्मा के सुपुर्द कर रहा हूं, मेरी और मेरी टीम की 11/11/21 को सुबह 6 बजकर 10 मिनट पर एक सूचना पर गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ हुई, जिसमें 7 गौ तस्करों के पैर में गोली लगी थी। मौके से गोवंश के हिस्से और काटने का उपकरण बरामद हुआ था। सभी कार्रवाई कानून के तहत लिया गया था। मुझे लगता है मेरा ट्रांसफर इसी वजह से किया गया। मेरा मनोबल काफी टूट चुका है। मैं इस वक्त नौकरी करने की स्थिति में नहीं हूं। इसलिए मुझे नौकरी से मुक्त करने की कृपा करें।

नौकरी करने का मन नहीं है तो इस्तीफे को बहाना न बनाएं SHO

वहीं, एसएसपी का कहना है कि रवानगी करने के बाद इंस्पेक्टर को ड्यूटी ज्वाइन करने की सूचना मिली है। अगर वह गैरहाजिर होते हैं तो अनुशासनहीनता के आरोप में रिपोर्ट लेकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। नौकरी करने का मन न होने को इस्तीफे के रूप में जोड़कर नहीं देखा जा सकता। अगर वह इस संबंध में कुछ लिखकर देंगे तो उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। अगर तबादला होने से उनका मनेबल गिरा है तो वह अपना मनेाबल बनाए रखें। क्योंकि ट्रांसफर एक प्रशासनिक प्रक्रिया है। इंस्पेक्टर ड्यूटी ज्वाइन करें और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें।

BJP विधायक ने तबादले को बनाया सियासी मुद्दा

यह मामला यहीं पर नहीं रुका, स्थानीय बीजेपी के विधायक ने एसएचओ राजेंद्र त्यागी के तबादले को गौ तस्कर के एनकाउंटर से जोड़कर मुद्दा बना दिया है। राजेंद्र त्यागी के तबादले के बाद लोनी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार पर अपर मुख्य सचिव विभाग को इस संबंध में पत्र भी लिखा है। साथ ही गाजियाबाद के एसएसपी को पत्र लिख राजेंद्र त्यागी को फिर से लोनी थाने का एसएचओ बनाने की मांग की है। उन्होंने एसएसपी पर गौ तस्करों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है। नंदकिशेर गुर्जर ने कहा कि एसएसपी के काम से प्रदेश सरकार की मंशा के अधिकारी व पुलिसकर्मी जो गो तस्करों और अपराधियों से लड़ने का काम करते हफं उनका मनोबल गिरा और गौ तस्करों का मनोब बढ़ा रहे हैं।

Ghaziabad Crime News : बता दें कि 11 नवंबर को गाजियाबाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर बेहटा हाजीपुर इलाके में एक गोदाम में छापेमारी की थी। गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में 7 गौ तस्कर पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए थे। गौ तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में यह मामला चर्चा का विषय बन गया। क्योंकि बदमाशों को पैर में एक जगह पर, घुटने के नीचे गोली लगी थी। दो दिन बाद ही एसएचओ को चार्ज से हटा दिया।

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