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आंदोलन

बनभूलपुरा के हिंसाग्रस्त इलाके में कर्फ्यू के बाद भारी मुश्किलों में आम जनता, बीमारों को इलाज की नहीं मिल रही सुविधा

Janjwar Desk
16 Feb 2024 5:22 AM GMT
बनभूलपुरा के हिंसाग्रस्त इलाके में कर्फ्यू के बाद भारी मुश्किलों में आम जनता, बीमारों को इलाज की नहीं मिल रही सुविधा
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आसमा ने बताया कि उसकी पुत्री को रात में उल्टियां हो गई थीं, उसने रात्रि 2 बजे एंबुलेंस की मांग की तो एंबुलेंस 2 घंटे बाद सुबह 4 बजे पहुंची। उक्त स्वास्थ्य केंद्र दिन में 2 बजे बंद कर दिया जाता है, इसे 24 घंटे के लिए खोला जाना चाहिए तथा इसमें चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ व चिकित्सीय सेवाओं की उपलब्धता को बढ़ाया जाए...

Haldwani news : कल 15 फरवरी को सामाजिक राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं एवं बुद्धिजीवियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रशासन के साथ वनभूलपुरा के कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र के थाना क्षेत्र, लाईन नं 17 व इंद्रानगर ठोकर का दौरा किया तथा प्रशासन से कर्फ्यू हटाने की मांग की।

गौरतलब है कि वनभूलपुरा क्षेत्र में ज्यादातर आबादी मेहनत मजदूरी करती है। कर्फ्यू के कारण उनका रोजगार पूर्णतया ठप हो गया है। ज्यादातर आबादी के पास राशन, सब्जी, ईंधन आदि खरीदने के पैसे भी नहीं बचे हैं। जनता को बाजार दर पर सब्जियां और राशन आदि उपलब्ध कराया जा रहा था।

कुछ महिलाओं ने बताया कि सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह ने 10-15 महिलाओं को निःशुल्क राशन उपलब्ध कराया है। प्रशासन का यह प्रयास बेहद सीमित है, अतः हमारी मांग है कि जब तक कर्फ्यू जारी है। कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र में सभी लोगों को निःशुल्क पका हुआ भोजन और राशन उपलब्ध कराया जाए।

8 फरवरी के बाद से क्षेत्र में शांति है। कोई नई घटना नहीं हुई है, अतः दिन के समय का कर्फ्यू हटाया जा सकता है। प्रतिनिधिमंडल को इंदिरा नगर ठोकर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आसमा ने बताया कि उसकी पुत्री को रात में उल्टियां हो गई थीं, उसने रात्रि 2 बजे एंबुलेंस की मांग की तो एंबुलेंस 2 घंटे बाद सुबह 4 बजे पहुंची। उक्त स्वास्थ्य केंद्र दिन में 2 बजे बंद कर दिया जाता है, इसे 24 घंटे के लिए खोला जाना चाहिए तथा इसमें चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ व चिकित्सीय सेवाओं की उपलब्धता को बढ़ाया जाए।

गफूर बस्ती में पानी की लाइन टूटी हुई होने के कारण वहां पर पानी की किल्लत है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही लाइन दुरुस्त कर पानी की आपूर्ति सुचारू की जाएगी।

वनभूलपुरा थाने के पास नफीसा ने रोते हुए बताया कि 5 दिन पहले उसके छप्पर से पुलिस उसके पति को उठाकर ले गई थी, उसका आज तक कोई भी पता नहीं है। देश के कानून में दर्ज है कि गिरफ्तार व्यक्ति को 24 घंटे के भीतर न्यायालय में पेश किया जाएगा तथा उसकी गिरफ्तारी व उस पर लगे हुए मुकदमे की सूचना तत्काल परिवार को दी जाएगी। हमारी प्रशासन से मांग है कि इस कानून का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। बस्ती में बहुत सारे लोग आने-जाने के लिए बनने वाले कर्फ्यू पास के लिए बहुत ज्यादा परेशान हैं। इसके लिए एक डेस्क बनाकर लोगों को तत्काल पास उपलब्ध कराए जाएं।

एसडीएम परितोष वर्मा व नगर मजिस्ट्रेट, एपी बाजपेई व जिलाकारी वंदना का आभार व्यक्त करते हुए सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि वनभूलपुरा क्षेत्र के बहुत छोटे क्षेत्र का ही हम लोग भ्रमण कर पाए हैं। हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन संवेदनशीलता के साथ कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र में निवास कर रही जनता की समस्याओं का समाधान करेगा तथा शेष बचे हुए कर्फ्यूग्रस्त क्षेत्र में भी सामाजिक कार्यकर्ताओं को जाने की अनुमति देगा।

प्रतिनिधि मंडल में समाजवादी लोकमंच के मुनीष कुमार, उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के प्रभात ध्यानी, एक्टू केके बोरा, सर्वोदय मंडल के इस्लाम हुसैन, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र रजनी जोशी, महिला मंच की बसंती पाठक, महिला एकता मंच की उषा पटवाल, भाकपा माले के नेता कैलाश पांडे, प्रदीप पांडे, संजय रावत, उमेश तिवारी, परिवर्तनकामी छात्र संगठन के चंदन, क्रालोस के मोहन मटियाली, इंकलाबी मजदूर केंद्र के खेमानंद जोशी आदि उपस्थित थे।

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