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आंदोलन

अल्मोड़ा के दलित युवा जगदीश की हत्या के खिलाफ मजदूर संगठनों ने किया जातिवादी मानसिकता का पुतला दहन, हत्यारों के लिए मांगी कड़ी सजा

Janjwar Desk
8 Sep 2022 7:59 AM GMT
अल्मोड़ा के दलित युवा जगदीश की हत्या के खिलाफ मजदूर संगठनों ने किया जातिवादी मानसिकता का पुतला दहन, हत्यारों के लिए मांगी कड़ी सजा
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अल्मोड़ा के दलित युवा जगदीश की हत्या के खिलाफ मजदूर संगठनों ने किया जातिवादी मानसिकता का पुतला दहन, हत्यारों के लिए मांगी कड़ी सजा

Almora Kand : उपपा से जुड़े दलित कार्यकर्ता की उच्च जातिवादियों द्वारा मात्र इसलिए हत्या कर दी जाती है कि उसने कुछ दिन पूर्व सवर्ण जाति की लड़की गीता उर्फ गुड्डी से प्रेम विवाह करने का दुस्साहस किया था...

Almora Kand : आज 8 सितंबर को रुदपुर शहर के अम्बेडकर पार्क में विभिन्न मजदूर संगठनों सामाजिक संगठनों और ट्रेड यूनियनों द्वारा अल्मोड़ा जिले के भिक्यासैंण क्षेत्र में अन्तरजातीय विवाह करने पर दलित व्यक्ति की सवर्ण द्वारा की गई निर्मम हत्या के विरोध में सभा की गई और सवर्ण जातिवादी मानसिकता का पुतला दहन दिया गया।

सभा में वक्ताओं ने कहा कि अल्मोडा जिले के भिक्यासैंण क्षेत्र में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी (Uttarakhand Parivartan Party) के दलित कार्यकर्ता की उच्च जातिवादियों द्वारा मात्र इसलिए हत्या कर दी जाती है कि दलित कार्यकर्ता जगदीश ने कुछ दिन पूर्व सवर्ण जाति की लड़की गीता उर्फ गुड्डी से प्रेम विवाह किया था।

शादी से नाराज लड़की के परिजन उपपा से जुड़े जगदीश व उसके परिवार से रंजिश रखने लगे थे और जगदीश को मारने के लिए खोज रहे थे। जगदीश व उसकी नवविवाहिता पत्नी गीता ने अल्मोड़ा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई थी, लेकिन अल्मोडा जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन के जगदीश व उसकी पत्नी को कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई। 1 सितम्बर को जगदीश की पत्नी केपरिजनों ने अन्य सवर्ण दबंगों के साथ मिलकर जगदीश का अपहरण कर लिया और उसकी हत्या कर दी।


धरना प्रदर्शन में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों के बाद भी सरकारों द्वारा जातिवादी मानसिकता को समाप्त नहीं किया जा सका है, उल्टा सरकारें ऐसी मानसिकता को बढ़ावा दे रही है। देश में मौजूद बीजेपी की सरकारें ऐसी पिछड़ी सोच औश्र मानसिकता को समाज में बढ़ावा देने का काम कर रही हैं। यहाँ अन्तरजातीय विवाह करने पर दलित युवक की हत्या करने से भी परिजन नहीं घबराते और पुलिस प्रशासन व उत्तराखड सरकार की मानों के जूं तक नहीं रेंगती।

वक्ताओं ने उत्तराखण्ड की मित्र पुलिस को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा, सामाजिक संगठनों के विरोध पश्चात् पुलिस जब हरकत में आती है तब तक दलित युवक जगदीश की सवर्ण मानसिकता के भरे हुए लोग honor killing (हत्या) कर देते हैं। आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव आयोजित करने वाली बीजेपी सरकार के मंत्रियों, विधायकों और नेताओं द्वारा इस घटना की निंदा में एक शब्द भी नहीं कहना उनकी मानसिकता को उजागर कर देता है।

सभा में मौजूद सभी लोगों ने मांग की कि जगदीश हत्याकांड के सभी दोषियों की गिरफ्तारी के साथ साथ अल्मोड़ा जिले के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को तुरंत बर्खास्त कर सजा दी जाए और मृतक जगदीश के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।


जगदीश हत्याकांड के विरोध में आयोजित विरोध प्रदर्शन में मजदूर सहयोग केंद्र के अध्यक्ष मुकुल, इंकलाबी मजदूर केंद्र से सुरेन्द्र, श्रमिक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष दिनेश चंद्र तिवारी, सीपीआई के राजेंद्र प्रसाद गुप्ता जी, समता सैनिक दल के गोपाल गौतम , क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के शिवदेव सिंह, करोलिया लाइटिंग इम्प्लाइज यूनियन के हरेन्द्र सिंह, यजाकि वर्कर यूनियन के रविन्द्र, परिवर्तन कामी छात्र संगठन केए चंदन, भगवती माइक्रोमैक्स के दीपक सनवाल, सामाजिक कार्यकर्ता महेश कुमार, नरेश कुमार समेत दर्जनों लोग शामिल थे।

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