किसानों का देशव्यापी चक्का जाम आज, टिकैत बोले-दिल्ली व यूपी में कुछ लोग फैला सकते हिंसा इसलिए यहां नहीं होगी बंदी
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जनज्वार। तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आज 6 फरवरी, शनिवार को किसान देशभर में चक्का जाम करने वाले हैं। किसान अपनी एकजुटता को दिखाने के लिए यह बंद कर रहे हैं। वैसे बंद तीन घण्टों का ही होगा। तीन राज्यों में यह चक्का जाम नहीं होगा। बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से भी जरूरी तैयारियां की गई हैं। वहीं कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने किसानों के बंद को समर्थन देने की बात कही है।
भारत बंद की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को किसान नेताओं ने कहा कि कल की बंदी एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए आहूत की गई है। इस बीच एक बार फिर कांग्रेस ने किसानों के प्रति समर्थन व्यक्त किया है और बंद को भी समर्थन दिया है। बिहार में पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी ने भी किसानों के भारत बंद को समर्थन दिया है।
किसान नेताओं ने कहा है कि बंद के दौरान प्रमुख सड़कों पर 6 फरवरी की दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच गाड़ियां नहीं चलने दी जाएंगी। हालांकि इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड में 'चक्का जाम' नहीं किया जाएगा।
राकेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा कि "जो लोग यहां नहीं आ पाए, वो अपने-अपने जगहों पर कल चक्का जाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे। इस दौरान प्रमुख सड़कों पर कोई गाड़ी नहीं चलने दी जाएगी।
वहीं भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष मंजीत सिंह राय के मुताबिक, इस चक्का जाम के लिए किसान दिखाना चाहते हैं कि वे एकजुट हैं। राय ने कहा, "पूरा देश किसानों के साथ है। हमें सरकार को अपनी ताकत दिखानी है।"
किसान नेताओं के बयान के मुताबिक, चक्का जाम के दौरान इमरजेंसी और आवश्यक सेवाओं जैसे एम्बुलेंस, स्कूल बस आदि को नहीं रोका जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि चक्का जाम पूरी तरह से शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा।
कल तीन राज्य यूपी, उत्तराखंड व दिल्ली को छोड़कर पूरे देश में चक्का जाम के मुद्दे पर किसान नेता राकेश टिकैत ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि हमारे पुास पुख्ता सबूत थे कि कल कुछ लोग चक्का जाम के दौरान हिंसा फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। हमारे पास पक्की रिपोर्ट थी। हमने जनहित को देखते हुए उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश को कल होने वाले चक्का जाम से अलग रखा है।
कृषि कानूनों के विरुद्ध पिछले 70 दिनों से दिल्ली से लगे विभिन्न राज्यों के बॉर्डर टिकरी, सिंघु और गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। बीते 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर आहूत ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसक घटनाओं के बाद से किसानों का यह पहला बड़ा आह्वान है। किसान नेताओं ने कहा है कि बंद शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा।