'फर्जी आंकड़ों से दुष्प्रचार में लगी है सरकारी मशीनरी,' रोजगार के लिए कल से शुरू होगा युवा मंच का बड़ा आंदोलन
(युवा मंच ने कहा- रिक्त पड़े हुए हैं प्रदेश के बिजली, शिक्षा, सिंचाई, जल निगम जैसे महत्वपूर्ण विभागों एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों में 30-70 फीसद तक पद )
लखनऊ। प्रदेश में 5 लाख रिक्त पदों को भरने, हर युवा को गरिमापूर्ण रोजगार की गारंटी और रोजगार न मिलने तक बेरोजगारी भत्ता देने के मुद्दे पर अगस्त क्रांति के मौके पर लखनऊ में रोजगार आंदोलन का आगाज होगा। इसकी जानकारी देते हुए युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने बताया कि ईको गार्डेन में 9 अगस्त से शुरू हो रहे बेमियादी धरना प्रदर्शन में प्रदेश भर से छात्र-युवा शामिल होंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेकारी की भयावह स्थिति है लेकिन योगी सरकार फर्जी व झूठे आंकड़ों के प्रोपेगैंडा में सरकारी मशीनरी व संसाधनों का दुरुपयोग करने में लगी है। एमएसएमई सेक्टर में 2 करोड़ रोजगार सृजन से लेकर 4.5 लाख सरकारी नौकरी, आउटसोर्सिंग कंपनियों में 2.73 लाख नौकरी का दावा देने का प्रोपेगैंडा पूरी तरह से भ्रामक और झूठ पर आधारित है।
सचान ने कहा कि प्रदेश के बिजली, शिक्षा, सिंचाई, जल निगम जैसे महत्वपूर्ण विभागों एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों में 30-70 फीसद तक पद रिक्त पड़े हुए हैं। कोरोना काल में 181 वूमेन हेल्पलाइन व महिला सामाख्या जैसे तमाम उपक्रमों को बंद कर महिलाओं व अन्य लोगों का रोजगार छीना गया। बीपीएड के 32 हजार शिक्षक पदों व बिजली विभाग के तकनीशियन के विज्ञापन को भी रद्द कर दिया गया। हालत यह है कि 5-10 साल पुरानी भर्तियां भी अभी तक अधर में हैं।
युवा मंच संयोजक ने आगे कहा कि प्रदेश में ऐसी कोई भर्ती नहीं है जिसमें पेपर लीक व धांधली के गंभीर आरोप न लगे हों। दरअसल रोजगार मिशन नंबर वन का प्रचार ठीक उसी तरह है जिस तरह की शिगूफेबाजी कोरोना की दूसरी लहर में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी को लेकर योगी सरकार द्वारा की गई। उन्होंने युवाओं व छात्रों से रोजगार आंदोलन में शामिल होने की अपील की।