कृषि बिलों के विरोध में मार्च निकाल रहे किसानों की लखनऊ में गिरफ्तारी, माले ने की कड़ी निंदा
लखनऊ, जनज्वार। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए नेताजी सुभाषचंद्र बोस जयंती पर आज 23 जनवरी को यहां चारबाग से राजभवन तक मार्च निकाल रहे किसानों को बीच रास्ते गिरफ्तार कर लेने की कड़ी निंदा की है।
राज्य सचिव सुधाकर यादव ने कहा कि दिल्ली को 59 दिनों से घेरे किसान संगठनों और एआईकेएससीसी के देशव्यापी आह्वान पर अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रदेश सचिव इश्वरी प्रसाद कुशवाहा के नेतृत्व में स्टेशन रोड होते हुए सूबे की राज्यपाल को ज्ञापन देने जा रहे किसानों की हुसैनगंज के निकट गिरफ्तारी योगी सरकार की लोकतंत्र.विरोधी कार्रवाई है। पुलिस सभी को इको गार्डन ले गई। गिरफ्तार अन्य लोगों में अफरोज आलम, रमेश सेंगर, ओमप्रकाश, लाला राम, संतराम, रजनीश भारती, मलखान सिंह, मोहम्मद कामिल, नौमिलाल, राजीव आदि प्रमुख हैं।
माले राज्य सचिव ने कहा कि किसान आंदोलन के समर्थन में आजमगढ़, चंदौली, प्रयागराज, सोनभद्र, जालौन सहित कई जिलों में भाकपा (माले) ने भी शनिवार 23 जनवरी को मार्च और प्रदर्शन आयोजित किया। यह भी कहा कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 को ग्रामीण क्षेत्रों में मशाल जुलूस निकाले जाएंगे। उन्होंने गणतंत्र दिवस पर किसानों की दिल्ली परेड में लोगों से शामिल होने की अपील की।