महामारी के बीच लखनऊ के रईसजादे ने 7 लाख में मंगवाई थी थाईलैण्ड से कॉलगर्ल, कोरोना से हुई मौत
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जनज्वार ब्यूरो, लखनऊ। इस समय भारत सहित पूरे विश्व पर कोरोना महामारी की तलवार लटकी है तो वहीं दूसरी तरफ उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बड़े व्यापारी के बेटे ने 7 लाख खर्च करके अय्याशी करने के लिए थाईलैंड से कॉल गर्ल बुलाई थी। यह कॉलगर्ल 10 दिन पहले ही लखनऊ बुलाई गई थी। लखनऊ आने के 2 दिन बाद ही वो कोरोना से संक्रमित हो गई। रईसजादे ने इस बात की सूचना थाईलैंड एम्बेसी को दी।
थाईलैण्ड एम्बेसी के हस्तक्षेप के बाद कॉलगर्ल को लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां 3 मई को उसकी मौत हो गयी। कॉल गर्ल की मौत के बाद शव के हैंडओवर और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में राजधानी की विभूतिखण्ड पुलिस तमाम देर तक जद्दोजहद में फंसी रही। पुलिस ने थाईलैंड एम्बेसी में संपर्क करके उसके परिजनों तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन सफलता हाथ नहीं लग सकी।
जिसके बाद मजबूरन राजधानी पुलिस ने गाइड सलमान की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार करवा दिया। बता दें कि कॉलगर्ल इसी गाइड सलमान के सहारे भारत फिर लखनऊ पहुँची थी। कॉलगर्ल की मौत के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता से छानबीन शुरू कर दी है। इस मामले के उजागर होने पर राजधानी में इंटरनैशनल सेक्स रैकेट के फैलने का अंदेशा भी है। थाईलैंड से भारत आने के बाद कॉल गर्ल के सम्पर्क में आए लोगों को भी पुलिस ने तलाशना शुरू कर दिया है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो कॉल गर्ल राजस्थान के एक ट्रैवेल एजेंट के संपर्क में थी जिसके जरिए उसे लखनऊ भेजा गया था। अब पुलिस को उसकी तलाश है। 7 लाख रूपये में बुलाई गई कॉलगर्ल की जब 2 दिन बाद तबियत खराब हो गई तब रईसजादे ने थाईलैंड एम्बेसी से संपर्क किया। थाईलैंड एम्बेसी ने तुरंत भारत सरकार को इस मामले से अवगत कराया जिसके बाद उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कॉलगर्ल की जब 3 मई को मौत हो गई तब यह मामला प्रकाश में आया और लखनऊ पुलिस हरकत में आई। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि व्यापारी के बेटे ने 7 लाख देकर कॉलगर्ल को थाईलैण्ड से लखनऊ अय्याशी के लिए बुलाया था।