Varanasi News: PM मोदी के संसदीय क्षेत्र में बजरंग दल का कारनामा, काशी के घाटों पर 'गैर-हिंदुओं' के प्रवेश पर लगाया प्रतिबंध
बनारस के गंगा घाटों पर बजरंग दल ने चिपकाए पोस्टर
Varanasi News: एक तरफ जहां पूरे देश को धर्म और जाति के आधार पर बांटने की कोशिश हो रही है, ऐसे में अध्यात्म और एकता का प्रतीक काशी (Kashi) भी इससे अछूता नहीं रहा। दरअसल, गंगा घाटों (Ghats of Banaras) पर अब हिंदुओं के अलावा किसी और धर्म के लोगों के जाने पर रोक लगाई जा रही है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र (PM Modi Constituency) बनारस के गंगा घाटों पर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध वाले पोस्टर लगाए गए है। ये पोस्टर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल द्वारा धर्म की रक्षा के लिए लगाए गए है। काशी के गंगा घाटों के अलावा ऐसे पोस्टर मंदिरों में लगाने की योजना बन रही है।
गंगा घाटों पर बजरंग दल के पोस्टर
काशी के पंचगंगा घाट, रामघाट, मणिकर्णिका घाट, दशाश्वमेध से लगायत अस्सी घाट तक विहिप (Vishwa Hindu Parishad) और बजरंगदल (Bajrang Dal) की ओर से यह पोस्टर लगाये गए हैं, जिनमें साफ साफ लिखा गया है कि काशी के गंगा घाट पर गैर-हिंदू का प्रवेश वर्जित है। इन पोस्टरों के लगने के बाद अब विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल ने पूरी काशी के मंदिरों में ऐसे पोस्टर लगाने की बात कही है। वहीं, इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश की पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है। हालांकि, पुलिस की ओर से इन पोस्टरों को हटाने का काम किया जा रहा है।
बजरंगदल काशी महानगर संयोजक निखिल त्रिपाठी 'रुद्र' ने पोस्टर लगाए जाने को लेकर कहा कि अब हिंदू समाज को अपनी ताकत दिखाते हुए धर्म और समाज की रक्षा के लिए स्वयं आगे आना होगा। सारा कुछ सरकार के भरोसे नहीं छोड़ा जा सकता। जिस भी मंदिर या गंगा घाट किनारे कोई विधर्मी घुसता है तो उसे मौके पर पकड़कर पुलिस के हवाले किया जाएगा। वहीं, विहिप महानगर मंत्री राजन गुप्ता ने कहा कि काशी के मंदिर (Kashi Temple) और गंगा घाट सनातन धर्म के लोगों की आस्था और श्रद्धा का स्थान है। यहां अन्य धर्मों के लोगों का क्या काम? विश्व हिन्दू परिषद के महानगर अध्यक्ष कन्हैया सिंह ने कहा कि ये धर्म की रक्षा के लिए ये कदम उठाया जा रहा है।
सपा ने भाजपा पर साधा निशाना
इन सब के बीच, काशी के गंगा घाटों पर गैर घर्म के लोगों के प्रवेश पर पाबंदी को लेकर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। समाजवादी पार्टी ने इसे बीजेपी (BJP) और विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) द्वारा धार्मिक ध्रुवीकरण करने की साजिश करार दिया है। महामृत्युंजय मंदिर परिवार से जुड़े व समाजवादी पार्टी युवजन सभा के जिलाध्यक्ष किशन दीक्षित ने कहा कि वाराणसी में वैसे भी लोग, सभी धर्मों के धार्मिक स्थलों का सम्मान करते हैं। सामान्य तौर पर भी न कोई मुसलमान मंदिर में जाता है और न कोई हिंदू मस्जिद में पहुंचता है। फिर इस तरह के बैनर लगाना अनुचित है। सपा नेता का कहना है कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए अब धार्मिक ध्रुवीकरण कर समाज में माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है।