अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा के घर बम फेंके जाने के मामले में यह बात आयी सामने, पहले जता चुके हैं यह बड़ी आशंका
Atiqe Ahmed Murder Case : अतीक अहमद और अशरफ अहमद की 15 अप्रैल की देर रात की उस समय भारी पुलिसबल और मीडिया की मौजूदगी में हत्या कर दी गयी थी, जब उन्हें मेडिकल के लिए ले जाया जा रहा था और अतीक मीडिया से बात कर रहे थे। गुड्डु मुस्लिम का नाम जुबान पर आते ही उनकी कपनटी पर तड़ातड़ गोलियों की बरसात कर दी गयी और उसके बाद उनके भाई अशरफ को भी वहीं पर निपटा दिया गया।
इस घटना के बाद उनके वकील विजय मिश्रा को भी जान का खतरा बना हुआ है, जिसकी आशंका वह मीडिया के सामने व्यक्त कर चुके हैं। आज 18 जुलाई को थोड़ी देर पहले एकाएक खबर आयी कि उनके घर पर बमबारी की गयी है। इस घटना का बताया जा रहा एक वीडियो की सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा। गौरतलब है कि अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा अपनी जान की आशंका पहले ही जाहिर कर चुके हैं। विजय मिश्रा के घर पर बम फेंके जाने का पुलिस ने खंडन किया है।
प्रयागराज के पुलिस कमीश्नर ने बयान जारी कर कहा है, प्रयागराज के कटरा में गोबर गली में बम की सूचना मिलने पर कर्नलगंज पुलिस मौके पर मौजूद है। इस दौरान जांच में आया कि दो पक्षों के आपसी विवाद में बम फेंका गया है। मौके पर कोई हताहत नहीं है। पूरे मामले को लेकर कार्रवाई की जा रही है। अतीक अहमद के वकील के घर पर हमले की बात पूरी तरह असत्य है, कृपया भ्रामक खबर न प्रसारित करें।’
पुलिस के मुताबिक मौके पर पहुंचने पर पता चला कि हर्षित सोनकर नाम के युवक का रौनक, आकाश सिंह और छोटे के साथ पैसे को लेकर कुछ विवाद था और इस कारण सोनकर ने रौनक, आकाश और छोटे का पीछा करते हुए उन पर देसी बम फेंका।
अतीक और अशरफ के वकील विजय मिश्रा पहले आशंका व्यक्त कर चुके हैं कि अतीक और अशरफ की लाइव हत्या के बाद से उनकी जान को भी खतरा बना हुआ है। मीडिया से बातचीत करने हुए विजय मिश्रा ने कहा था, उनकी जान को खतरा है, क्योंकि जब अतीक और अशरफ अहमद को मारा गया था, उस वक्त वो भी अतीक अहमद और अशरफ के पास में मौजूद थे। वे अतीक के तमाम मुकदमों की पैरवी कर रहे थे।
वकील विजय मिश्रा ने मीडिया को दिये एक इंटरव्यू में कहा है कि पुलिस कस्टडी में ही जब अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या करा सकते हैं तो मेरी भी जान के पीछे पड़ सकते हैं। इस दौरान वकील विजय मिश्रा ने अशरफ अहमद से जुड़ी एक चिट्ठी का खुलासा करते हुए कहा कि अशरफ ने एक चिट्ठी लिखी थी और कहा था कि अगर मेरी हत्या हो जाए तो ये चिट्ठियां सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को भेज दी जायें।
विजय मिश्रा का दावा है कि अशरफ अहमद को पहले ही हत्या की आशंका थी। विजय मिश्रा का कहना है, जब वह बरेली जेल में अशरफ से मिलने गए थे तो अशरफ ने उन्हें चिट्ठी के बारे में जानकारी दी थी। अशरफ ने कहा था कि मुझे एक अधिकारी ने मरवाने की धमकी दी थी।
इसके अलावा अशरफ अहमद का एक वीडियो भी तेजी से मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें अशरफ ने दावा किया था कि एक अफसर ने उसे धमकी दी है कि 15 दिन में उसे जेल से बाहर निकाला जाएगा और मार दिया जाएगा। अशरफ ने ये बयान 28 मार्च को नैनी जेल से बरेली जेल जाते वक्त मीडिया के कैमरों के सामने दिया था और ये बयान एकदम सच साबित हुआ। अतीक और अशरफ जेल से बाहर आए और 17 दिन के भीतर उनकी हत्या वो भी भरी पुलिसबल और मीडिया की मौजूदगी में कर दी गयी। हालांकि जब अशरफ ने अपनी हत्या की आशंका जतायी थी तब अशरफ ने इस बात का खुलासा नहीं किया था कि किस अफसर ने उसे ये धमकी दी थी। वह यह बात जरूर कहता सुनायी दे रहा है कि अगर उसकी हत्या हुई तो उसने एक चिट्ठी लिखी है जो सीधा सुप्रीम कोर्ट के जज के पास पहुंच जाएगी, जिसमें अधिकारी का नाम लिखा हुआ है।