Begin typing your search above and press return to search.
बिहार

बंगाल चुनावों के पहले सीएम ममता बनर्जी और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी पर बिहार में मुकदमा

Janjwar Desk
14 Jan 2021 1:48 PM GMT
बंगाल चुनावों के पहले सीएम ममता बनर्जी और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी पर बिहार में मुकदमा
x

(File photo)

एक भाषण को लेकर सीतामढ़ी में दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है, यह मुकदमा हिंदू देवी-देवताओं को लेकर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी और भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाते हुए दायर किया गया है..

जनज्वार ब्यूरो, पटना। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी के खिलाफ बिहार में मुकदमा दर्ज किया गया है। पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव को लेकर वहां विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा अपने-अपने हिसाब से मुद्दे उठाए और बनाए जा रहे हैं।

इन सबके बीच एक भाषण को लेकर बिहार के सीतामढ़ी की अदालत में दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया गया है। यह मुकदमा हिंदू देवी-देवताओं को लेकर कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी और भावनाओं को भड़काने का आरोप लगाते हुए दायर किया गया है।

मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि बंगाल में चुनाव प्रचार के क्रम में तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने देवी सीता को लेकर एक विवादित बयान दिया था। कल्याण बनर्जी के इस बयान का वीडियो वायरल होने के बाद भाजपा ने जबरदस्त विरोध किया था और उसे मुद्दा बनाया था। वहीं अब सीतामढ़ी में उनके खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।

जानकारी के मुताबिक सीतामढ़ी सिविल कोर्ट के अधिवक्ता ठाकुर चंदन सिंह ने सीजेएम की अदालत में ईमेल के माध्यम से बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और तृणमूल के सांसद कल्याण बनर्जी को आरोपित कर उनके विरुद्ध धार्मिक भावनायों को ठेस पहुंचाने और देश में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दाखिल किया है।

दाखिल मुकदमे में बताया है कि बंगाल की मुख्यमंत्री के सामने उनकी पार्टी के नेता व सांसद कल्याण बनर्जी ने हिन्दू धर्म के आराध्य भगवान श्रीराम और माता सीता के सन्दर्भ में आपत्तिजनक टिप्पणी की है।

दरअसल, कुछ वक्त पहले ही टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में कल्याण बनर्जी यह कहते हुए देखे गए थे, 'सीता ने भगवान राम से कहा कि अच्छा हुआ मेरा हरण रावण द्वारा किया गया था न कि उसके "चेलों" द्वारा, नहीं तो मेरा हश्र भी हाथरस जैसा होता।'

Next Story

विविध