अभी देखना 2 बजे के बाद पलटी मारेगा, अखिलेश भइया 300 पार- फिर इस तरह छाती चली गई सपोर्टरों में मायूसी

सपा मुख्यालय लखनऊ के बाहर लगी टीवी स्क्रीन को देख बैठ गया समर्थक
(Photo/Janjwar)
लखनऊ से लौटकर मनीष दुबे की रिपोर्ट
UP Election Result 2022: समय सुबह 8.00 बजे। भाजपा मुख्यालय लखनऊ। गिनती शुरू हो चुकी थी। देश भर के तमाम टीवी चैनलों के रिपोर्टर्स अपनी ओबी वैन के साथ डेरा डाले हुए थे। कुछ चैनलों ने कार्यालयों के बाहर अपने वाहनों में एलईडी स्क्रीन पर रूझान दिखाने का इंतजाम किया था। जिनके सामने भारी संख्या में समर्थक व दर्शक मौजूद थे। शुरूआती रूझान में ही सीट दर सीट समर्थकों के चेहरे खिलने शुरू हो चुके थे।
विधानसभा के गेट नंबर एक के सामने बने भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में सुबह से ही गहमागहमी का आलम था। प्रशासन की चौकस व्यवस्था के बीच कारों के काफिलों का आना जाना लगा हुआ था। मुख्यालय के अंदर बनी दो दुकानें जिनमें पोस्टर, टोपी, गमछे, बिल्ला इत्यादी बिकता है वो खोल दी गईं थीं। मुख्यालय के बाहर लगी एलईडी स्क्रीन पर नजरें गड़ाए भाजपा समर्थकों से बात करने पर दुहराया गया, 'अबकी बार फिर..योगी सरकार।'
तकरीबन 10.00 बजे जनज्वार की टीम समाजवादी पार्टी के बाहर का हालचाल लेने पहुँची। धूप अपना रंग बिखेरने लगी थी। 19 विक्रमादित्य मार्ग स्थित समाजवादी पार्टी के मुख्यालय के बाहर दो एलईडी स्क्रीन लगाईं गईं थीं। तमाम मीडियाकर्मियों का यहां भी जमावड़ा लगा था। हाथों में अखिलेश, आजम खान, साइकिल के बैनर व फोटो लिए सैंकड़ों की तादाद में समर्थक वहां मौजूद कैमरों पर वीर रस से भरी बातें रिकार्ड करवा रहे थे।
इसी बीच सपा समर्थक जयकारे लगाने लगते हैं। नजर घूमी तो देखा अखिलेश यादव का काफिला आकर सपा मुख्यालय के बड़े से दरवाजे के भीतर समा गया। समर्थकों ने बंद हो चुके दरवाजे को घेर लिया। मीडिया के कैमरे अपने अपने अंदाज में फुटेज ले रहे थे। अब तक के रूझानों को देख तमाम समर्थकों इवीएम, बैलट पेपर को कोसना शुरू कर दिया था। कुछ ने कहा कि जिस तरह पश्चिम बंगाल में 2 बजे के बाद पलटी मारी थी उसी तरह 2 बजे के बाद रूझान हमारे पक्ष में आएगा। आज हम अकिलेश भइया की सरकार बनवाकर ही यहां से जाएंगे।
12.00 बजे जनज्वार की टीम फिर भाजपा कार्यालय में पहुँचती है। अब तक भाजपा कई सीटों पर बढ़त बनाकर पहले पायदान पर काबिज हो चुकी थी। सपा दूसरे नंबर पर तो बसपा और कांग्रेस अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर को प्राप्त होने लगे थे। भाजपा मुख्यालय में भगवा रंग की अबीर उड़नी शुरू हो चुकी थी। तमाम लोगों ने, सिर पे बुलडोजर, हाथों में त्रिशूल लिए छद्म वेष धरकर नाचना शुरू कर दिया था।
चारों तरफ योगी बाबा जिंदाबाद, मोदी, अमित शाह समेत तमाम भाजपा के दिग्गज नेताओं का जयकारा लगाया जा रहा था। कार्यालय में झालर लगाई जा चुकी थी। पटाखों की भी आवाज सुनाई देनी शुरू हो गई। सड़क पर लगे डिवाइडरों में भगवा रंग के कपड़े लपेटने शुरू कर दिए गये। पुलिस की चौकसी भी बढ़ने लगी। तमाम कैमरे, माइक और मीडियाकर्मी भी अब तक भगवा रंग की अबीर में नहा चुके थे।
इस बीच हम कांग्रेस कार्यालय भी पहुँचे। यहां पूरी तरह से मातम छाया हुआ था। कार्यालय के भीतर एक तरफ प्रियंका गांधी का बड़ा सा कटआउट लगा था। लड़की हूँ..लड़ सकती हूँ के स्टीकर लगी कुछ स्कूटियां सामने के पार्क में कबाड़ की तरह खड़ी थीं। 10 की संख्या में बैठे लोग टीवी पर पर्णाम या सीटों के रूझान की बजाए कोई फिल्म देख रहे थे। कार्यालय के बीतर नसीमुद्दीन सिद्दीकी व मीडिया प्रभारी पंकज चतुर्वेदी से हमने बात की।
कार्यालय के बाहर बने एक बड़े से सभास्थल में बैठे कुछ लोगों से भी हमने बात की। अजय कुमार लल्लू के चुनाव हारने की बात उठाने पर सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश पदाधिकारी ने लल्लू की कार्यप्रणाली को कोसते हुए अपनी ही पार्टी पर सवालों की बौछार कर दी। उन्होने कहा की लल्लू ने प्रियंका दीदी के साथ आजतक हाथ हिलाने के अलावा कोई काम नहीं किया। और भी कई लोगों ने बहुथ कुछ कहा।
इसके बाद भाजपा के सहयोगी दल, अपना दल (एस) पहुँची जनज्वार की टीम को वहां एक दर्जन से अधिक लोग सामने लगी एलईडी पर टकटकी लगाए मतगणना देखते मिले। यहां अपना दल के कार्यकारी अद्यक्ष व अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल ने हमसे बात की। पिछली बार की अपेक्षा इस बार 13 सीटों पर जीत दर्ज कर प्रदेश में तीसरे नंबर की पार्टी बनी अपना दल और उसके समर्थक अपनी तरह से खुशी का इजहार करते पाए गये।
2.00 बजे समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुँचने पर वो लोग गायब हो चुके थे जो पश्चिम बंगाल का उदाहरण देकर परिणाम बदलने की बात कह रहे थे। कई सपा समर्थक अब तक एलईडी स्क्रीनों के सामने मायूस होकर बैठ चुके थे। इसी दौरान मुलायम सिंह यादव के बंगले से कुछ दूर भाजपा समर्थकों के निलते जुलूस से लगा की झड़प हो जाएगी। कुछ गाड़ियों के साथ बुलडोजर भी जुलूस में शामिल था। जिनमें अपर्णा यादव के साथ योगी व मोदी की तस्वीर चस्पा थी।
इस बीच पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए जुलूस निकालने पर रोक लगाई। जिससे की थोड़ी ही देर में हो सकने वाली झड़प को रोका जा सका। अब तक भाजपा बहुमत तक पहुँच चुकी थी। भाजपा समर्थकों के पांव जमीन पर नहीं पड़ रहे थे। तो वहीं सपा समर्थकों को मायूसी अपनी गिरप्त में जकड़ती चली गई। बसपा व कांग्रेस अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर में जाकर 1-2 सीटों पर सिमट गये। कई बाहुबली व राजनीतिक सूरमा भी अपनी सीट गंवा चुके हैं।











