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अस्पताल की पानी टपकती छत की खबर क्या दिखा दी पत्रकार ने, एमपी की भाजपा सरकार ने ठोक दिया मुकदमा

Janjwar Desk
23 May 2021 10:15 AM GMT
अस्पताल की पानी टपकती छत की खबर क्या दिखा दी पत्रकार ने, एमपी की भाजपा सरकार ने ठोक दिया मुकदमा
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(सच कहने की सजा: पत्रकार के खिलाफ दर्ज हुआ मामला

कोरोना मामलों को देखते हुए बीते साल खूजर वाले वार्ड की पुरानी बिल्डिंग को कोविड आईसीयू वार्ड में तब्दील किया गया था। कोरोना मरीजों को परेशानी ना हो और उनको सही इलाज मिले इसलिए लाखों रुपये खर्च कर पुराने भवन में इसे तैयार किया गया था...

जनज्वार डेस्क। मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिला अस्पताल के कोविड वार्ड की पानी टपकती छत की खबर दिखाना एक पत्रकार को महंगा पड़ गया। बताया जा रहा है कि पत्रकार के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पत्रकार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है।

वरिष्ठ पत्रकार अभिसार शर्मा ने भी इस वीडियो पर टिप्पणी की है। अभिसार ने अपने ट्वीट में लिखा- इनका तर्क क्या है, समझने का प्रयास करेंगे शिवराज चौहान? भाजपा सरकारों ने अपनी नाकामी छुपाने के ये क्या जरिया ढूंढ लिया है? मुकदमें हटाएं। ये ज्यादती है। गलत है।

राजगढ़ के जिला अस्पताल का एक वीडियो भी करीब एक सप्ताह पहले सामने आया था। वीडियो में अस्पताल में बने कोविड आईसीयू वार्ड में बारिश का पानी छत से टपकते हुए दिखाई दिया।

छत से पानी टपकने के कारण मरीजों को खास परेशानी हुई। बताया जा रहा है जितनी देर बारिश हुई उतनी देर छत से पानी मरीजों के ऊपर टपकता रहा। मरीज पानी से बचने के लिए इधर-उधर जाते दिखाई दिए।

जानकारी के मुताबिक, कोरोना मामलों को देखते हुए बीते साल खूजर वाले वार्ड की पुरानी बिल्डिंग को कोविड आईसीयू वार्ड में तब्दील किया गया था। कोरोना मरीजों को परेशानी ना हो और उनको सही इलाज मिले इसलिए लाखों रुपये खर्च कर पुराने भवन में इसे तैयार किया गया था।

वार्ड में मौजूद एक शख्स ने छत से पानी के टपकने का वीडियो बनाकर ट्विटर पर शेयर किया था। वीडियो में वह कहते सुनाई दे रहा है कि "बारिश के चलते छत से पानी मरीजों पर टपक रहा है। वहीं, यहांना कोई देखने वाला है और ना कोई सुनने वाला।" वीडियो को कांग्रेस विधायक बापु सिंह तंवर ने भी अपने ट्वीट में पोस्ट किया था।

खबरों के मुताबिक जिला अस्पताल में बीते साल 80 लाख रुपये खर्च किया गया था। बताया जा रहा है कि इस वक्त वार्ड में 29 बेड लगे हुए हैं तो वहीं अन्य मरीज पलंगों पर हैं।

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