Char Dham Yatra : 39 तीर्थयात्रियों की मौत पर सरकार ने बताई ये वजह तो विपक्ष ने बोला हमला
सलीम मलिक की रिपोर्ट
Char Dham Yatra : उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) के दौरान हो रही अप्रत्याशित मौतों पर पहली बार सरकार ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए मौत की वजहों का खुलासा किया है। इससे पहले भाजपा प्रदेश प्रवक्ता ने इन मौतों को तीर्थयात्रियों की मोक्ष की इच्छा जैसा बताते हुए हास्यापद बयान दिया था। वहीं, तीर्थयात्रियों की मौतों को सरकार की विफलता बताते हुए विपक्ष ने राज्य सरकार (Govt. Of Uttarakhand) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बताते चलें कि 3 मई से प्रदेश में चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra 2022) का औपचारिक शुभारंभ हुआ है। लेकिन महज 13 ही दिन में तीन दर्जन से अधिक तीर्थयात्री अलग-अलग वजहों से अपनी जान गंवा चुके हैं। चारधाम यात्रा के शुरू में ही हो रही इन मौतों ने राज्य सरकार के तमाम इंतजामों के दावों की पोल खोलकर रख दी थी। स्थिति यहां तक पहुंच गई थी कि पीएमओ ने संज्ञान लेकर राज्य सरकार से इस बाबत रिपोर्ट तलब की थी।
लगातार हो रही मौतों की वजह को लेकर सरकार की ओर से अपनी स्वास्थ्य सेवाओं को चौकस बताते हुए सारा ठीकरा तीर्थयात्रियों का अचानक क्लाइमेट चेंज होने पर फोड़ने की कवायद की गई। मौतों की वजह से लगातार हो रही राज्य सरकार की बदनामी को देखते हुए उसे रफू करने की कोशिश करने आए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने तो इन मौतों को तीर्थयात्रियों की मोक्ष की इच्छा से जोड़ते हुए सरकार की जगहंसाई करवाने वाला बेतुका बयान दे डाला था।
Uttarakhand | 39 pilgrims have died on the Char Dham Yatra route so far. The cause of death has been high blood pressure, cardiac-related issues and mountain sickness. Pilgrims who are medically unfit are being advised not to travel: DG Health Dr Shailja Bhatt
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 16, 2022
लेकिन अब यात्रा आरंभ होने के बाद सरकार की ओर से इन मौतों के मामले में पहला अधिकृत बयान सोमवार को आया है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department Of Uttarakhand) की ओर से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 39 तीर्थयात्रियों की मौत की जानकारी दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. शैल्जा भट्ट (Dr. Shailja Bhatt) ने चारधाम में हो रही मौतों का आंकड़ा मीडिया से शेयर करते हुए बताया कि 'अब तक चारधाम के मार्ग में 39 श्रद्धालुओं की मौत हुई है। इन मौत का कारण उच्च रक्तचाप, हृदय संबंधी समस्या और पर्वतीय क्षेत्रों पर चढ़ने संबंधी बीमारी है। विभाग की ओर से ऐसे श्रद्धालुओं को यात्रा न करने का सुझाव दिया जा रहा है जो मेडिकल की दृष्टि से फिट नहीं हैं।'
सीएम ने किया बचाव
दूसरी तरफ चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों को खाने-पीने से लेकर रहने की जगह के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर श्रद्धालुओं (Char Dham Yatra Devotees) से लेकर विपक्षी पार्टियां भी सरकार पर बदइंतजामी के आरोप लगा रही हैं। लेकिन अव्यवस्था के लग रहे आरोपों को खारिज करते मुख्यमंत्री पुष्कर धामी (Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami) का कहना है तीर्थयात्रियों की मौत की वजह अव्यवस्था नहीं, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं। धामी ने दावा किया कि उनकी सरकार यात्रा को सरल बनाने की पूरी कोशिश में जुटी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदारी सरकार के साथ-साथ जनता की भी है।
कांग्रेस का बड़ा आरोप धामी सरकार की नाकामी
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) की अव्यवस्था पर राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अपनी नाकामी के लिये धामी सरकार को प्रदेश की जनता से तत्काल माफी मांगनी चाहिये। उन्होने कहा कि चारधाम यात्रा शुरू होने से पूर्व सरकार की ओर से बड़े-बड़े दावे किये जा रहे थे, लेकिन एक पखवाड़े के दौरान ही सारे दावे हवा हो गये हैं।
इससे न सिर्फ देवभूमि के लोग शर्मसार हुए हैं बल्कि राज्य की छवि भी धूमिल हुई है। उन्होनें कहा कि सरकार की नाकामी का आलम यह है कि केन्द्र सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा है। उन्होने कहा कि आज तक कभी भी चारधाम यात्रा में एनडीआरएफ और आईटीबीपी को तैनात नहीं किया गया है। इससे पहले कभी ऐसा नही हुआ है।