तेजस्वी से मिले चिराग तो लगने लगे राजनीतिक कयास, बोले- पिता की बरसी का निमंत्रण देने आया हूं
(चिराग पासवान ने बुधवार को तेजस्वी यादव से मुलाकात की तो राजनीतिक कयास लगने लगे)
जनज्वार ब्यूरो, बिहार। चिराग पासवान अपने पिता और दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पहली बरसी पर पटना में एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। इसमें शामिल होने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव आदि को न्योता दिया है। इसी सिलसिले में बुधवार को उन्होंने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की। हालांकि, दोनों की मुलाकात के बाद कई तरह के राजनीतिक कयास भी लगाए जाने लगे हैं।
चिराग ने कहा, "पिता की पहली बरसी पर होने वाले कार्यक्रम के लिए 10,000 निमंत्रण कार्ड छपवाए हैं। इस कार्ड में उन्होंने चाचा पशुपति पारस और भाई प्रिंस राज का नाम भी छपवाया है।" इसे चाचा के साथ उनके रिश्तों को सुलझाने के एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है। बता दें कि चिराग और उनके चाचा के बीच पार्टी के उत्तराधिकार को लेकर संघर्ष चल रहा है। फिलहाल पार्टी के पांच में से चार सांसद पशुपति के साथ हैं।
चिराग पासवान आज पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर स्थित आवास पहुंचे और तेजस्वी यादव से मुलाकात की। दोनों नेताओं की इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। चिराग पासवान ने अपने पिता रामविलास पासवान की बरसी के मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने का न्योता तेजस्वी यादव को दिया है।
10 सर्कुलर आवास में मुलाकात के बाद तेजस्वी और चिराग दोनों एक साथ बाहर आए और मीडिया से मुखातिब हुए। चिराग पासवान ने कहा, "मेरे परिवार का लालू यादव के परिवार से पुराना रिश्ता रहा है। मेरे पिता रामविलास पासवान लालू यादव के अच्छे मित्र थे। दोनों के बीच रिश्ता इतना करीबी रहा। आज अगर कोई पारिवारिक आयोजन रामविलास जी भी करते तो लालू यादव और उनका परिवार जरूर शामिल होता। मैं इसी पारिवारिक रिश्ते को आगे बढ़ाते हुए तेजस्वी यादव से मिलने आया हूं।"
वहीं, तेजस्वी यादव ने कहा कि रामविलास पासवान जी हम लोगों के अभिभावक रहे हैं। चिराग भाई हमसे मिलने आए यह बेहद खुशी की बात है। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम रामविलास पासवान जी के घर के लोग हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि साल 2010 में वह राजनीति में जब एंट्री ले रहे थे। उस वक्त रामविलास पासवान जी के साथ काम करने का मौका मिला। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला।
जबकि लालू प्रसाद यादव के 'चिराग और तेजस्वी को एक साथ देखने' वाले बयान पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, 'हमने वही कहा जो हम कहना चाहते थे। लालू जी ने जो कहा है उसके बाद हम कुछ नहीं कह सकते।'