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New Delhi: CJI एनवी रमना ने बड़े छात्र नेताओं की कमी पर जताई चिंता, कहा- लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं

Janjwar Desk
10 Dec 2021 10:54 AM GMT
EX CJI NV Ramana : सरकार राज्य प्रायोजित मुकदमे को रोके तो हल हो जाएगी न्यायपालिका के आधी समस्याएं
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EX CJI NV Ramana : सरकार राज्य प्रायोजित मुकदमे को रोके तो हल हो जाएगी न्यायपालिका की आधी समस्याएं

New Delhi: मुख्य न्यायाधीश ने कहा "आवश्यक है कि स्पष्ट विचारों वाले दूरदर्शी और निष्ठावान छात्रों को सार्वजनिक जीवन में आना चाहिए। एक उत्तरदायी युवा लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है।"

New Delhi: देश की सर्वोच्च अदालत (SupremeCourt) के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना (Chief Justice of India) ने देश की राजनीति में छात्रों की सिमटती हुई भूमिका पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र में छात्र नेताओं की कमी अच्छी बात नहीं है। दिल्ली स्थित राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय (National Law University) में छात्रों को संबोधित करते हुए सीजेआई रमना ने कहा कि तीन दशकों से छात्र समुदाय से कोई बड़ा छात्र नेता नहीं उभरा है जिसका विपरित असर लोकतंत्र पर पड़ रहा है।

गुरुवार 9 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट के सीजेआई एनवी रमन्ना (CJI NV Ramana) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी(National Law University) के दीक्षांत समारोह में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में उनके साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंदं केजरीवाल भी मौजूद थे। इस दौरान CJI रमना ने कहा कि जब से भारत की अर्थव्यवस्था का उदारीकरण हुआ है तब से कोई बड़ा छात्र नेता शिक्षा जगत से सामने नहीं आया है। सीजेआई ने कहा कि छात्रों की कम होती भूमिका लोकतंत्र की मजबूती पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।

छात्र नेता की कमी लोकतंत्र में ठीक नहीं- CJI

दिक्षांत समारोह में भारत के प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना (CJI NV Ramana) ने कहा कि अन्याय के विरुद्ध छात्रों ने हमेशा आवाज उठायी है, लेकिन पिछले कुछ दशकों में छात्र समुदाय से किसी बड़े नेता को उभरते हुए नहीं देखा गया है। उन्होंने कहा कि, जब एक देश का युवा सामाजिक और राजनीतिक रूप से जागरूक होता है तब शिक्षा, भोजन, वस्त्र, स्वास्थ्य, मकान आदि विषय राष्ट्रीय विमर्श का मुख्य विषय बनते हैं। मुख्य न्यायाधीश ने कहा, "यह आवश्यक है कि स्पष्ट विचारों वाले दूरदर्शी और निष्ठावान छात्रों को सार्वजनिक जीवन में आना चाहिए। एक उत्तरदायी युवा लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा कि छात्र नेताओं की कमी लोकतंत्र के लिए अच्छी बात नहीं है।

भारत के प्रधान न्यायाधीश रमण ने कहा, ''छात्रों के लिए यह जरूरी है कि वे देश में हो रही वर्तमान चर्चा में भाग लें ताकि उनका नजरिया स्पष्ट हो और वे हमारे संविधान के अनुरूप राष्ट्र के भविष्य का निर्माण कर सकें।''

CJI ने की अरविंद केरजरीवाल की प्रशंसा

दिल्ली में राष्ट्रीय विधि विद्यालय (National Law School) में आयोजित दीक्षांत समारोह में सीजेआई एनवी रमना (CJI Ramna) के अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal), दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) के मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल समेत अन्य न्यायाधीश भी मौजूद रहें। इस दौरान सीजेआई रमना ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी दिल्ली के लिए ताकत का स्तंभ रहे हैं। CJI ने कहा कि, केजरीवाल दिल्ली के लोगों के कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और कड़ी मेहनत के लिए जाने जाते हैं। उनके शासन में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हुए काम की बहुत सराहना की जाती है।

CJI ने इस दौरान छात्रों की राजनीति में योगदान को लेकर अहम चर्चा की और बताया कि लोकतंत्र में छात्रों की क्या और कैसे सहभागिता होनी चाहिए। उन्होंने छात्रों के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों पर भी चर्चा की। सीजेआई ने कहा कि छात्रों को अपनी ऊर्जा को सही जगह पर लगाया जाना चाहिए जिससे सारी चीजें हासिल हो सकती हैं।

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