COVID-19 Update: जनवरी के अंत तक भारत में रोज आएंगे 10 लाख कोरोना केस! जानिए क्या कहा स्टडी ने?
COVID-19 Update: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) को लेकर पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है. अब ओमिक्रॉन के चलते भारत में कोरोना की तीसरी लहर (Coronavirus 3rd Wave) आ गई है. एक्सपर्ट के मुताबिक जनवरी में तीसरी लहर का पीक दिख सकता है. यानी इसी महीने कोरोना के एक दिन में सबसे ज्यादा केस सामने आ सकते हैं. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस और (IISc) और इंडियन स्टैटिसटिकल इंस्टीट्यूट (ISI ) बेंगलुरु के मुताबिक जनवरी के आखिरी हफ्ते में हर रोज़ 10 लाख केस आएंगे. बता दें कि शुक्रवार को कोरोना के एक दिन में 1 लाख से ज्यादा केस आए हैं.
ये स्टडी प्रोफेसर शिव अथरेया, प्रोफेसर राजेश सुंदरसन, IISc और ISI बेंगलुरु की टीम ने किया है. एक्सपर्ट के मुताबिक ये अनुमान ओमिक्रॉन के संक्रमण को ध्यान में रख कर लगाया गया है. स्टडी में कहा गया है कि जनवरी के आखिरी हफ्ते में कोरोना के सबसे ज्यादा केस आएंगे और इसका असर फरवरी में दिखेगा. हालांकि इसमें ये भी कहा गया है कि अलग-अलग राज्यों की अलग-पीक होगी. कोरोना के सबसे ज्यादा केस जनवरी मध्य से लेकर फरवरी के दूसरे हफ्ते तक दिखेगी. साथ ही मार्च से कोरोना के केस कम होने शुरू होंगे.
स्टडी के मॉडल के मुताबिक दिल्ली में पीक जनवरी के मध्य या तीसरे सप्ताह तक हो सकता है. तमिलनाडु के लिए ये जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के पहले सप्ताह में होगा. ये अनुमान पिछले संक्रमण और टीकाकरण को ध्यान में रख कर तैयार किया गया है. मॉडल ने माना कि या तो 30%, 60% या 100% आबादी अतिसंवेदनशील है. वायरस के प्रति संवेदनशील लोगों के प्रतिशत के आधार पर, भारत में दैनिक मामले पीक के दौरान लगभग 3 लाख, 6 लाख या 10 लाख हो सकते हैं.
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), कानपुर के शोधकर्ताओं के इसी तरह के एक अध्ययन ने अनुमान लगाया है कि भारत में कोविड -19 महामारी की तीसरी लहर 3 फरवरी तक पीक पर हो सकती है. नेशनल कोविड -19 सुपरमॉडल कमेटी ने भी पिछले महीने भविष्यवाणी की थी कि फरवरी में भारत में कोरोनावायरस की तीसरी लहर आने की उम्मीद है.
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित एक ट्रैकर कोविड -19 ट्रैकर इंडिया ने भविष्यवाणी की है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह से नए संक्रमण बढ़ने लगेंगे. संभावना है कि भारत में दैनिक मामलों में विस्फोटक वृद्धि देखी जाएगी. इसमें आगे कहा गया है कोरोना संक्रमण की रफ्तार काफी कम दिनों के लिए होगी.