अर्णब की गिरफ्तारी के खिलाफ कपिल मिश्रा और तेजिंदर बग्गा के प्रदर्शन में आये केवल 4 लोग, हिरासत में लिया गया
नई दिल्ली। इंटीरीयर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां की आत्महत्या के सिलसिले में रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्णब गोस्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ भाजपा के नेताओं ने दिल्ली के राजघाट पर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में केवल तीन-चार लोग ही शामिल हुए। प्रदर्शन कर रहे तेजिंदर बग्गा और कपिल मिश्रा को को हिरासत में ले लिया गया। जहां से उन्हें राजेंद्र नगर थाने ले जाया गया।
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने कहा कि गोस्वामी को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के विरोध में प्रदर्शन करने की योजना थी। उन्होंने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि सरकार से सवाल करने पर किसी पत्रकार और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। हम महाराष्ट्र सरकार द्वारा गोस्वामी पर किए गए अत्याचार का विरोध करते हैं।
अर्णब गोस्वामी के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आज हम राजघाट गए
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) November 8, 2020
सभी साथियों को पुलिस ने राजघाट आने नहीं दिया , चारो तरफ बेरिकेड किया
हम तीन चार लोग राजघाट गए, हमें अरेस्ट कर लिया गया
अभी अभी हमें छोड़ा गया है#ArnabGoswamy@TajinderBagga @ippatel @aloksharmabjp59 pic.twitter.com/zc2TiotBjA
वहीं पुलिस एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कपिल मिश्रा और तेजिंदर बग्गा समेत चार लोगों को निषेधाज्ञा का उल्लंघन कर राजघाट पर प्रदर्शन करने की कोशिश के लिए हिरासत में लिया गया है। बता दें कि इंटीरियर डिजाइनर अन्वय नाइक और उनकी मां को साल 2018 में आत्महत्या के लिए उकसाने के लिए रायगढ़ जिले की अलीबाग पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ को गिरफ्तार किया था।
Support for Arnab is increasing throughout India.
— Nirmala Tai (@Cryptic_Miind) November 8, 2020
Phle protest main 2 log aaye the, aaj 3 aaye hai. pic.twitter.com/OFZBa8WQxL
इसके बाद एक निचली अदालत ने उन्हें 18 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। गोस्वामी को फिलहाल एक स्थानीय स्कूल के क्वारंटीन सेंटर में रखा गया था जहां से उन्हें तलोजा जेल ले जाया गया है।
जेल ले जाते वक्त अर्णब ने पुलिस की गाड़ी से अपने चैनल रिपब्लिक टीवी के पत्रकारों को बताया कि मैने उनसे (पुलिस से) अनुरोध किया कि मुझे बात करने दीजिए लेकिन उन्होंने कहा कि बात नहीं करने देंगे। मैं भारत की जनता को बता रहा हूं कि मेरी जान को खतरा है। मेरे साथ जुल्म हो रहा है। मेरी पुलिस कस्टडी रिजेक्ट हो चुकी है। ये लोग देर कराना चाहते हैं, मुझे बाहर नहीं जाने देना चाहते हैं, आप मेरी हालत देखिए। इन्होंने सुबह मुझे घसीटा, रात को ही जेल में लाने की कोशिश की। मैं सुप्रीम कोर्ट से रिक्वेस्ट कर रहा हूं कि मुझे बेल दीजिए। आप लोग सब देख रहे हैं।
अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तारी के दिन ही अलीबाग मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया था जहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अर्णब गोस्वामी को पहले अलीबाग पुलिस थाने ले जाया गया, जहां से उन्हें अलीबाग प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट किया गया था। चार दिन यहां गुजारने के बाद उन्हें तलोबा जेल शिफ्ट किया गया है।