DGGI विजिलेंस की पुष्पराज जैन और मलिक मियां के घर पर छापेमारी जारी, इत्र कारोबारी पीयूष जैन से जुड़े हैं तार
कानपुर। इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर छापेमारी को लेकर जारी विवाद अभी थमा भी नहीं कि डीजीजीआई और आयकर विभाग की समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले पुष्पराज जैन और मलिक मियां के ठिकानों पर सुबह से छापेमारी जारी है।यह छापेमारी पीयूष जैन के घरों अन्य जगहों से 197 करोड़ रुपए, चंदन की 600 किलो लकड़ी और 200 से ज्यादा जाली इनवाइस और 23 किलो सोना बरामद होने के बाद मारी गई है। दरअसल, पीयूष जैन के घर पर छापेमारी के बाद डीजीजीआई के निशाने पर टैक्स चोरी की आशंका वाले कई और कारोबारी आ गए हैं। इन्हीं में से दो बड़े इत्र कारोबारियों के यहां आज डीजीजीआई विजिलेंस की टीम छापेमारी कर रही है। इनमें से एक समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज पम्पी हैं और दूसरे मलिक मियां।
बता दें कि आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। बताया जा रहा है कि वो इस मामले में नया खुलासा कर सकते हैं।
छापेमारी में मुंबई आयकर विभाग के अधिकारी भी शामिल
ताजा अपडेट के मुताबिक उत्तर प्रदेश के अलग-अलग 50 स्थानों पर छापामारी चल रही है। नोएडा, कानपुर सहित कई ठिकानों पर छापे पड़े हैं। सुबह आठ बजे के करीब छापेमार दल पुष्पराज जैन और मलिक मियां के ठिकानों पर पहुंचा। इस टीम में मुंबई आयकर विभाग की भी टीम शामिल हैं। लगभग 150 अधिकारी अलग-अलग 50 ठिकानों पर छापा मार रहे हैं। छापेमारी में क्या मिला इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है।
पुष्पराज ने कहा था - मेरा पीयूष जैन से कोई लेना देना नहीं
पीयूष जैन के यहां पड़े छापों को समाजवादी पार्टी से जोड़ने पर पार्टी नेताओं ने कड़ी आपत्ति की थी। एमएलसी पुष्पराज जैन ने भी कहा था कि उनका पीयूष जैन से कोई लेना-देना नहीं है। बताया जा रहा है कि कन्नौज में पुष्पराज और पीयूष जैन के घर आसपास ही हैं लेकिन पीयूष की गिरफ्तारी के बाद पुष्पराज जैन ने कहा था कि कभी-कभार दुआ-सलाम से ज्यादा उनके बीच कोई सम्बन्ध नहीं है। पीयूष जैन के यहां छापामारी को लेकर समाजवादी पार्टी और भाजपा के बीच पिछले कुछ दिनों से आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा था। भाजपा जहां पीयूष के घर मिले भारी भरकम कैश को सपा का बता रही है वहीं सपा इसे भाजपा का बता रही है। सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यहां तक टिप्पणी की थी कि छापा पुष्पराज जैन के यहां पड़ना था लेकिन गलती से पीयूष जैन के यहां पड़ गया। उन्होंने पीयूष जैन को भाजपा से जुड़ा हुआ बता दिया था। इस बीच डीजीजीआई और इनकम टैक्स ने अपनी तहकीकात जारी रखी है। इसी तहकीकात के क्रम में आज 50 से अधिक लोकेशन्स पर छापामारी की जा रही है।