Dr Archana Sharma Suicide Case : मुख्य आरोपी की सूचना देने पर मिलेगा 50 हजार का इनाम, डॉ अर्चना शर्मा के सुसाइड मामले में IMA का एलान
डॉक्टर अर्चना शर्मा खुदकुशी मामले में गहलोत सरकार की बड़ी कार्रवाई।
Dr Archana Sharma Suicide Case : राजस्थान (Rajasthan) के दौसा (Dausa) के लालसोट शहर की महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा सुसाइड प्रकरण (Dr Archana Sharma Suicide Case) लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब आईएमए (IMA) ने दौसा जिला कलेक्टर को लेटर भेजकर अवगत कराया है कि डॉक्टर अर्चना सुसाइड केस (Dr Archana Sharma Suicide Case) में मुख आरोपी को गिरफ्तार करवाने या उसकी सुचना देने वाले को 50 हजार का इनाम इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की तरफ से दिया जाएगा। डॉक्टर एशोसिएशन इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई चाहता हैं और अभी तक इस मामले का मुख्य आरोपी शिव शंकर उर्फ बल्या जोशी पुलिस की पकड़ में नहीं आया है।
मुख्य आरोपी की सुचना देने पर मिलेगा इनाम
बता दें कि इस पुरे मामले को लेकर इंडियन मेडिकल असोसिएशन (IMA) और प्राइवेट अस्पतालों (Private Hospitals) द्वारा महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा (DR Archana Sharma) पर इलाज के दौरान 302 का मुकदमा दर्ज होने को लेकर जगह - जगह चरना प्रदर्शन हुए। जिसके 4 दिन बाद धरने पर बैठे डॉक्टर की सरकार ने मांगे मानी और कार्रवाई का भरोसा दिया। जिसके तहत अब तक 5 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है लेकिन मुख्य आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। जिसके लिए इंडिया मेडिकल असोसिएशन (IMA) मुख्य आरोपी शिव शंकर जोशी को 10 अप्रैल तक पकड़वाने या सूचना देने वाले के लिए 50 हजार का इनाम घोषित किया है।
मरने से पहले लिखा था डॉक्टर ने सुसाइड नोट
दौसा जिले में स्थित लालसोट शहर के कोथून रोड पर संचालित आनंद हॉस्पिटल की महिला चिकित्सक अर्चना शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनके अस्पताल में डिलीवरी के दौरान आशा बैरवा नाम की महिला की मौत हो गई थी, जिसके बाद अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन किया गया था। प्रदर्शन के बाद महिला डॉक्टर अर्चना शर्मा ने आत्महत्या कर ली थी और उनके पास से एक सुसाइड नोट भी मिला। सुसाइड नोट में लिखा था, मैंने कोई गलती नहीं की और मैंने किसी को नहीं मारा। मैं मेरे बच्चों और पति से बहुत प्यार करती हूं। किसी भी डॉक्टर को प्रताड़ित करना बंद करो।
अब तक डॉ. अर्चना शर्मा आत्महत्या मामले (Dr Archana Sharma Suicide Case) में दौसा एसपी अनिल बेनीवाल को हटा दिया गया है और सीओ शंकर मीणा को एपीओ और थाना प्रभारी अंकेश चौधरी को भी निलंबित किया गया है। अस मामले की जांच संभागीय आयुक्त दिनेश कुमार यादव कर रहे हैं। वहीं प्रसूता की मौत के बाद डॉक्टर दंपती पर दर्ज की गयी 302 की धारा भी हटा दी गई है।