Gorakhnath Temple Attack : मुर्तजा नहीं मानसिक रोगी, मेडिकल जांच के बाद डॉक्टरों ने दी बड़ी जानकारी
Gorakhpur Temple Attack : गोरखनाथ मंदिर पर हमले के अरोपित मुर्तजा की पुलिस रिमांड 16 अप्रैल तक बढ़ी, पैरवी करने नहीं पहुंचा कोई वकील
Gorakhnath Temple Attack : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Tample) में सुरक्षाकर्मियों पर हमला ( Gorakhnath Temple Attack ) करने वाला अहमद मुर्तजा अब्बासी (Ahmad Murtaza Abbasi) मानसिक रोगी नहीं है। बता दें कि जिला अस्पताल में हुई उसकी मेडिकल जांच के बाद डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कड़ी सुरक्षा के बीच मुर्तजा को जिला अस्पताल ले जाया गया था। यहां तैनात डॉ आनंद ने अहमद मुर्तजा अब्बासी की मेडिकल जांच की थी।
मानसिक रूप से सामान्य है मुर्तजा
गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले आरोपी की मेडिकल जांच करने के बाद डॉक्टरों ने अपनी रिपोर्ट दी। डॉक्टरों ने बताया कि जब आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को अस्पताल लाया गया था, तब वह मानसिक रूप से पूरी तरह सामान्य था। उसे उसका नाम पूछा गया, जिस पर उसने बताया कि मेरा नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है। उसने अपने शरीर पर लगे चोटों के बारे में भी डॉक्टरों को बताया। डॉक्टरों का कहना है कि मेडिकल टेस्ट के दौरान ऐसा कभी नहीं लगा कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है। उसने ऐसे कोई हरकत नहीं की।
इस आधार पर डॉक्टरों ने की रिपोर्ट तैयार
बता दें कि डॉक्टरों ने आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी के शरीर पर लगे चोटों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है। बता दें कि बीते रविवार की शाम को मुर्तजा ने गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला किया था। पुलिस के जवानों ने उसे वहीं दबोच लिया था। इस मामले के गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने जांच को एटीएस को सौंप दिया है।
आरोपी मुर्तजा का कबूलनामा
उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर पर हमले को लेकर आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने 7 अप्रैल यानि गुरुवार को बड़ा खुलासा किया है। इस मामले की जांच में जुटी एटीएस को मुर्तजा ने बताया कि वो मुसलमानों के खिलाफ सरकार की नीतियों की वजह से बहुत परेशान था। खासकर सीएए-एनआरसी ( CAA-NRC ) को लेकर मैं गुस्से में था। उसी गुस्से में पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया।
लखनऊ में पूछताछ के दौरान अहमद मुर्तजा अब्बासी ( Ahmed Murtaza Abbasi ) ने एटीएस ( ATS ) को बताया कि मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है। सीएए-एनआरसी ( CAA-NRC) भी गलत है। कर्नाटक में भी मुसलमानों के साथ अच्छा नहीं हो रहा है। इन बातों को लेकर कई महीनों से गुस्से में था। इसी गुस्से में आपा खोने के बाद पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।
जो सोचकर हमला किया वैसा हुआ नहीं
गोरखनाथ मंदिर पर हमले के आरोपी मुर्तजा एटीएस को बताया कि हमले के लिए टैंपो हायर किया। टेंपों वाले से कहा गोरखनाथ मंदिर पर ही उतार देना। वहीं पर पुलिस है वहां उसी पर हम हमला कर देंगे, फिर चले जाएंगे। हमला करते ही मेरा काम तमाम हो जाएगा, पर वैसा नहीं हुआ। उसने कहा कि घटना के समय मैं बहुत से एंगल से सोच रहा था। एटीएस के अधिकारियों द्वारा सीएए-एनआरसी का जिक्र करते ही मुर्तजा ने कहा कि मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था, कोई काम करने के पहले आदमी उसके बारे में सोचता है, मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है तो हमने सोचा अब कर ही दो भाई, नेपाल में भी नहीं सो पाए थे।