सोनीपत : 30 हजार के कर्ज का वसूल डाला 6 लाख से अधिक ब्याज, 2 मकान बिके कर्जा फिर भी बाकी, मजदूर ने खाया जहर
(हरियाणा के सोनीपत में अवैध फाइनेंसरों से तंग मजदूर ने खाया जहर)
Haryana News: हरियाणा के सोनीपत (Sonipat) में इस समय अवैध फाईनेंसरों (Fraud Financer) और उनके आंतक का दायरा बढ़ता हुआ दिख रहा है। ताजा मामला यहां के एक निवासी द्वारा की गई शिकायत के रूप में सामने आया है। जिसमें दबंग फाइनेंसरों (Financer) ने एक व्यक्ति के घर में जबरन घुसकर मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। जिसके बाद बदनामी से आहत होकर युवक ने जान देने की कोशिश की है।
जानकारी के मुताबिक हनुमान नगर सोनीपत के गली नंबर 6 निवासी नरेंद्र सैनी (Narendra Saini) पुत्र जीत सिंह ने लगभग 5-6 साल पहले अपनी आर्थिक तंगी के चलते एक फाइनेंसर से 30 हजार रूपये का कर्ज लिया था। कर्ज लेने के बाद वे 300 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से कर्ज अदा करने लगे। बीच में एक-आध बार वह समय से किस्त नहीं दे पाए जिसके बाद उनपर किस्त का रूपया बढ़कर 60 हजार हो गया।
इस दौरान किस्त अदा होने में जब कुछ ही रूपया शेष बचा तो लॉकडाउन (Lockdown) लग गया जिसके चलते सभी काम-धंधा ठप होने से नरेंद्र किस्त नहीं दे पाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे आत्मनिर्भर भारत का फायदा सबसे अधिक इन्हीं फाइनेंसरों ने उठाया। जिसके चलते नरेंद्र का तीस हजार का कर्जा पहले तीन लाख फिर 6 लाख रूपये में बदल गया। नरेंद्र ने एक-दो बार इसके खिलाफ आवाज भी उठाई जिसकी एवज में उन्हें असलहों की दम पर धमकाया गया।
दबंग फाइनेंसरों की धमकी से डरे नरेंद्र व उनके परिवार ने कर्जा उतारने के लिए अपना एक मकान बेच दिया। और उन्हें इन 6 लाख रूपयों में कुछ रूपये दिए। फाइनेंसरों की तरप से ज्यादा दबाव पड़ने पर नरेंद्र ने अपनी जमीन का एक और टुकड़ा बेंचकर इनका पूरा 6 लाख रूपया चुकता कर दिया। लेकिन पेशे से मजदूर नरेंद्र से जबरन 6 लाख रूपये वसूल करने के बाद दबंग फाइनेंसरों की नियत और भी अधिक खराब हो गई।
जिसके बाद वो नरेंद्र के परिवार को लगातार धमकाते हुए 6 लाख रूपये का ब्याज लेने पर अड़े हुए हैं। यह लोग कल भी नरेंद्र व उनके परिवार को मय असलहे धमकाकर गये हैं। जिसके फलस्वरूप नरेंद्र ने बदनामी के डर से जहर खाकर अपनी जान देने की कोशिश की। जहर खाने के बाद नरेंद्र अस्पताल में भर्ती हैं लेकिन बेइमान फाइनेंसरों का उन्हें धमकाने का सिलसिला बंद नहीं हुआ है।
जनज्वार से बात करते हुए नरेंद्र बताते हैं कि उनके तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। घर में पत्नी अकेले रहती है। वह खुद मजदूरी करके परिवार का किसी तरह पालन पोषण कर रहे हैं। हम लोग बहुत डरे हुए हैं और परेशान भी हैं। इतना ज्यादा टॉर्चर किया जा रहा है। पुलिस के पास जाने पर भी धमकी दी जाती है। जान से मारने की बात कही जाती है। यह लोग अपराधी किस्म के हैं। मैने इनसे ली रकम से कई गुना ज्यादा रूपया दे चुका हूँ लेकिन यह लोग अब एक तरह से मुझसे रंगदारी वसूल रहे हैं।