झारखंड में सरकारी स्कूलों में पढने वालों को ही सरकारी नौकरी देने पर हो रहा विचार
जनज्वार। झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा है कि जो बच्चे सरकारी स्कूलों में पढेंगे उन्हें ही सरकारी नौकरी देने पर राज्य सरकार विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस कठोर फैसले पर झारखंड सरकार अभी विचार कर रही है और इसके तहत सिर्फ सरकारी स्कूलों से पढ कर निकले बच्चों को सरकारी नौकरी मिल पाएगी।
झारखंड के स्थानीय अखबार प्रभात खबर की खबर की खबर के अनुसार, जगरनाथ महतो ने यह बात मंगलवार 30 june 2020 को बोकारो जिले के नावाडीह के भूषण हाई स्कूल में सरकारी शिक्षकों एवं पारा शिक्षकों के साथ खुली चर्चा को संबोधित करते हुए कही। शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि सरकार हर बच्चे पर प्रतिवर्ष 20 से 25 हजार रुपये खर्च करती है, निजी स्कूलों से अधिक वेतन सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को मिलता है। फिर भी निजी स्कूल में नामांकन के लिए लंबी लाइन लगती है।
जगरनाथ महतो ने कहा कि सरकारी
स्कूल के शिक्षक अभिभावकों की मानसिकता बदलें। बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। उनका भविष्य संवारे। तभी अभिभावकों का निजी स्कूलों से मोहभंग होगा।
शिक्षा मंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि सरकारी स्कूल के शिक्षकों को 95 प्रतिशत तक गैर शैक्षणिक कार्याें से मुक्त कराया जाएगा। उन्होंने प्रधानाचार्य के रिक्त पदों को जल्द भरने, पारा शिक्षकों का मानदेय जल्द दिए जाने और हर पंचायत में माॅडल स्कूल खोलने की बात भी कही।
उन्होंने एक बार कहा था कि निजी स्कूल उनकी बात नहीं सुनते हैं। उन्होंने कहा था कि वे उनकी अपील नहीं सुनते और इससे लगता है कि उनका शिक्षा मंत्री होना बेकार है।