कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर लालू प्रसाद को दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने की तैयारी
जनज्वार, रांची। कोरोना संक्रमण के खतरे के मद्देनजर रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती लालू प्रसाद यादव को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। लालू प्रसाद यादव फिलहाल पेइंग वार्ड में हैं, जो रिम्स में कोरोना वार्ड के करीब ही है। ऐसे में चिकित्सकों को चिंता है कि अगर उनमें संक्रमण होता है तो इससे परेशानियां बढ जाएंगी। लालू प्रसाद यादव पहले से ही ब्लड सुगर, ब्लड प्रेशर, हार्ट व किडनी संबंधी रोगों से ग्रस्त हैं।
लालू प्रसाद यादव की उम्र 72 वर्ष हो गई है और वे पूर्व से अलग-अलग बीमारियों से पीड़ित हैं, इसलिए वे कोरोना संक्रमण के हाई रिस्क दायरे में आते हैं।
रिम्स के डाॅ विवेक कश्यप ने शुक्रवार को कहा कि लालू प्रसाद अभी कोविड निगेटिव हैं, परंतु उन्होंने कोविड वार्ड के पास रखा गया है, ऐसी स्थिति में उनकी कोमोरबिडिटी को देखते हुए हमने बिरसा मुंडा जेल अधीक्षक को पत्र लिखा है, जिसमें उन्हें वहां से हटाकर परिसर में किसी अन्य जगह रखने के बारे में लिखा है।
लालू प्रसाद जी अब कोविड निगेटिव हैं, परन्तु उन्हें कोविड वार्ड के पास रखा गया है, ऐसी स्थिति में उनकी कोमोरबिडिटी को देखते हुए हमने बिरसा मुंडा जेल अधीक्षक को पत्र लिखा है, जिसमें उन्हें वहां से हटाकर परिसर में किसी अन्य जगह रखने के बारे में लिखा है :डॉ विवेक कश्यप, RIMS रांची pic.twitter.com/DJcKpHutay
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 31, 2020
संभावना है कि उन्होंने केली बंगला (निदेशक आवास) में रखा जाएगा। इसके लिए जेल प्रशासन के साथ जिला प्रशासन को पत्र लिख कर सूचित किया गया है। वीवीआइपी व राजनीतिक सजायाफ्ता होने के नाते जिला प्रशासन व जेल प्रशासन को इस संबंध में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए फैसला लेना है।
लालू प्रसाद यादव इलाज के लिए जेल की जगह रिम्स में रखे गए हैं। उनका इलाज कर रहे डाॅक्टरों का मानना है कि उनके लिए केली बंगला उपयुक्त जगह होगी जहां वे स्वास्थ्य के लिए टहल भी सकते हैं।
मालूम हो कि पिछले दिनों लालू प्रसाद यादव का एक सेवादार भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।
मालूम हो कि पिछले दिनों झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी लालू प्रसाद के वार्ड से सटे कई कमरों के बंद रहने का मुद्दा उठाया था। उन्होंने कहा था कि ऐसा कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद के सुरक्षा के मद्देनजर इन्हें बंद रखा गया है, लेकिन राज्य में बढते कोरोना मामलों को देखते हुए मरीजों के इलाज के लिए इन्हें खुलवाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि संभवतः लालू प्रसाद को इन कमरों के बंद होने की जानकारी नहीं है, अगर जानकारी होगी तो वे इतने संवेदनशील व्यक्ति हैं कि इन्हें खुलवाने से मना नहीं करेंगे।
झारखंड में अबतक कोरोना के 10 हजार 167 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें चार हजार 176 लोग स्वस्थ हो चुके हैं, जबकि 107 लोगों की मौत हुई है। राज्य सरकार ने कोरोना के बढते मामलो के मद्देनजर इसके इलाज के लिए कुछ नई जगहों की भी चिह्नित किया है।