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Waseem Rizvi News : जितेंद्र त्यागी बने वसीम रिजवी ने की खुदकुशी की बात, सनातन धर्म में नहीं मिला प्यार

Janjwar Desk
2 Sep 2022 1:44 PM GMT
Waseem Rizvi News : जितेंद्र त्यागी बने वसीम रिजवी ने की खुदखुशी की बात, सनातन धर्म में नहीं मिला प्यार
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Waseem Rizvi News : जितेंद्र त्यागी बने वसीम रिजवी ने की खुदखुशी की बात, सनातन धर्म में नहीं मिला प्यार 

Waseem Rizvi News : वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी ने एक वीडियो के जरिए यह जानकारी दी कि वह इस वक्त डिप्रेशन में हैं, इस वीडियो में वह खुदकुशी करने की बात कह रहे हैं...

Waseem Rizvi News : वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र त्यागी ने एक वीडियो के जरिए यह जानकारी दी कि वह इस वक्त डिप्रेशन में हैं। इस वीडियो में वह खुदकुशी करने की बात कह रहे हैं। बता दें कुछ समय पहले ही वसीम रिजवी ने धर्मांतरण करके सनातन धर्म को अपनाया था लेकिन अब जितेंद्र त्यागी बने वसीम रिजवी का कहना है कि उन्हें सनातन धर्म में वो प्यार और मोहब्बत नहीं मिली, जैसी किसी पुराने रिश्तेदार को घर वापसी पर मिलती है। वीडियो में उन्होंने सनातन धर्म अपनाने के अपने फैसले की पैरवी भी की है। उन्होंने वीडियो में कहा कि वह सनातन धर्म में है और मरते दम तक सनातन धर्म में ही रहेंगे।

इस्लामिक जिहाद जैसी गतिविधियों से थे परेशान

जितेंद्र त्यागी ने आगे कहा कि जो कदम हमने उठाया है वह बहुत सोच-समझकर उठाया है। बहुत से लोगों ने मुझसे फोन पर यह भी कहा कि सनातन धर्म में जाकर आपको क्या मिला। मैं समझता हूं कि उस वक्त आतंकी गतिविधियों और इस्लामिक जिहाद से और इस्लाम में बच्चों को दी जा रही कट्टरपंथी शिक्षा और इस्लामिक क्रूरता से मैं परेशान था।

सनातन धर्म से थे प्रभावित

सनातन धर्म अपनाने को लेकर जितेंद्र त्यागी ने आगे कहा कि 1400 साल पहले पता नहीं कितनी नस्लों के बाद हम अपने घर वापस हुए और घर वापसी करके हमने सनातन धर्म को कुबूल किया क्योंकि सनातन धर्म से हम पहले से ही प्रभावित थे। महादेव भगवान, श्रीराम, देवी पार्वती, देवी देवता, भगवान श्री कृष्ण और खासतौर से हिंदू संस्कृति।

जिंदगी का कोई ठिकाना नहीं

जितेंद्र त्यागी ने हिंदू समाज के बर्ताव और विचारों की तारीफ करते हुए कहा कि हम पहले से प्रभावित थे, इसलिए हमने घर वापसी को अच्छा समझा। उनका कहना है कि सनातन धर्म में घर वापसी के बाद उन्हें वो प्रेम नहीं मिला जो, पुराने रिश्तेदार को उसकी वापसी पर मिलना चाहिए। जितेंद्र त्यागी ने आगे कहा कि वह बहुत डिप्रेशन में हैं और उनकी जिंदगी का कोई ठिकाना नहीं है। उन्होंने कहा कि दुश्मनों से मरने से बेहतर मैं ये फैसला करूं कि मैं अपने जीवन को खुद समाप्त कर लूं लेकिन मैं सनातन में हूं और मरते दम तक सनातन धर्म में ही रहूंगा।

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