Journalist Kishor Ram : पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा 'जनज्वार' के पत्रकार की गिरफ्तारी पर चौतरफा आक्रोश, कई संगठनों ने भेजे ज्ञापन, तत्काल रिहाई व मुकदमा खारिज करने की मांग
पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा 'जनज्वार' के पत्रकार की गिरफ्तारी पर चौतरफा आक्रोश
Journalist Kishor Ram : पिथौरागढ़ में पुलिस द्वारा जनज्वार के पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के खिलाफ तमाम जन संगठनों में रोष पनपता जा रहा है। उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी, वन ग्राम संघर्ष समिति ने पिथौरागढ़ (Pithoragarh) में पत्रकार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किए जाने पर आक्रोश व्यक्त करते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन भेजकर पत्रकार की रिहाई की मांग की है।
पिथौरागढ़ पुलिस प्रशासन द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगड़ने के मिथ्या आरोप में गिरफ्तार जनज्वार के पत्रकार किशोर राम (Kishor Ram) की तुरंत रिहाई व उस पर लगाए गए मुकदमों को वापस लेने और दलित रामी राम की हत्या एवं दो नाबालिक बहनों के साथ किए गए दुराचार के आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दिलवाने की मांग को लेकर मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन भेजा गया है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि मिथ्या आरोप में गिरफ्तार एवं जेल में बंद पत्रकार किशोर राम को अविलंब रिहा कर उन पर दर्ज मुकदमों को वापस किया जाए, बलात्कार एवं हत्या की आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए, पिथौरागढ़ पुलिस एवं प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार के परिजनों के साथ सहानुभूति दिखाने के बजाय आरोपियों जैसा व्यवहार करने ,मुकदमा न लिखने एवं आरोपियों पर कार्रवाई न करने की उच्च स्तरीय जांच कर जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में मांग की गई है कि पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा एवं जान-माल से सुरक्षा प्रदान की जाए। इस दौरान ज्ञापन देने वालों में उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रभात ध्यानी, लालमणि, किरण आर्य, चिंताराम, नंदकिशोर, मोहन चन्द्र थपलियाल, ललितमोहन, अमित, भुवन, प्रेमवती आदि मौजूद रहे।
दूसरी ओर बाबा साहब डॉ. बीआर अंबेडकर वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट गणेश कुमार गगन व फाउंडेशन के अन्य सदस्यों ने तहसीलदार महोदय के माध्यम से मुख्य सचिव देहरादून व पुलिस महानिदेशक को ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि जनपद पिथौरागढ़ में मिथ्या आरोप में गिरफ्तार एवं जेल में बन्द किशोर राम को अविलंब रिहा कर उन पर दर्ज मुकदमो को वापस लिया जाये। बलात्कार व हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दी जाए।
उन्होंने मांग की है कि पिथौरागढ़ पुलिस प्रशाशन द्वारा पीड़ित परिवार के परिजनों के साथ सहानुभूति दिखाने के बजाए आरोपियों जैसा व्यवहार करने मुकदमा न लिखने एवं आरोपियों पर कार्यवाही न करने की उच्च स्तरीय जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए तथा पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा एवं जान माल से सुरक्षा प्रदान किया जाए, ज्ञापन देने वालों में फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट गणेश कुमार गगन, शिव राम टम्टा, महासचिव आशीष कुमार सदस्य हरीश शास्त्री कई सदस्य उपस्थित थे।