Kanpur News : हैलट के टॉयलेट पॉट में गर्भवती महिला ने जन्मा बच्चा, आंखें खोलने से पहले ही इस तरह हो गई दर्दनाक मौत !
(हैलट अस्पताल का इमरजेंसी वार्ड image/janjwar)
Kanpur News (जनज्वार) : कानपुर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल हैलट में झकझोर देने वाली लापरवाही सामने आई है। यहां के वार्ड नंबर 07 में भर्ती बुखार पीड़ित गर्भवती महिला की टॉयलेट में डिलीवरी हो गई। लेकिन इस बीच नवजात का सिर टॉयलेट पॉट में फंस गया और निकालते-निकालते उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
बच्चे की टॉयलेट में इस कदर हुई मौत के बाद हैलट परिसर में हंगामा मच गया। बात मेडिकल कॉलेज डीन प्रों. संजय काला तक पहुँची। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य संजय काला ने बताया कि, 'मामले में मेडिसिन एचओडी ने कहा है कि कोई लापरवाही नहीं हुई। काला के मुताबिक जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। किसी की भी गलती मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी।'
जानकारी के मुताबिक शिवराजपुर स्थित कंठीपुर के रहने वाले मोबिन की पत्नी हसीन को बुधवार रात हैलट इमरजेंसी में भर्ती करवाया गया था। हसीन को तेज बुखार की शिकायत थी। उसे पहले जच्चा-बच्चा अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां लेबर पिन न होने के चलते हैलट भेज दिया गया। हैलट लाकर उसे वार्ड नंबर 07 के बेड नंबर 42 में शिफ्ट कर दिया गया।
इसी दौरान बुधवार रात करीब 11 बजे हसीन को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। आनन-फानन में इसकी सूचना जच्चा-बच्चा में दी गई। लेकिन इधर हसीन जहां की डिलीवरी हो गई। बताया जा रहा है कि उसकी डिलीवरी टॉयलेट के पॉट पर हुई थी। और बच्चे का सिर साइफन में फंस गया। हैलट की स्त्रीरोग एचओडी डॉ. किरन पांडेय ने बताया कि 'रात को हैलट से रिफरेंस आया था। रेजिडेंट वहां गईं थीं। डिलीवरी के बाद परिजन बच्चे का शव लेकर चले गये।'
वहीं इस मामले में उप-प्राचार्य डॉ. रिचा गिरी ने बताया कि, 'हसीन जहां का बिना पीड़ा प्रसव हो गया। उसे आठ माह का गर्भ था। हीमोग्लोबिन और प्लेटलेट्स कम होने के चलते गर्भ में ही शिशु की मौत हो गई। हसीन जहां को प्लेटलेट्स वगैरा चढ़ाई गई है। उसकी स्थिति ठीक है। रात में पीड़िता का एक वीडियो भी जारी किया गया जिसमें उसने कहा था कि उसका इलाज किया जा रहा है।'