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Kanpur News : केंद्र सरकार के इस लोचे ने जूनियर डॉक्टर्स को धरने पर बैठने को किया मजबूर, रोगी मरें या जियें नहीं मिलेंगे आंकड़े!

Janjwar Desk
9 Dec 2021 2:09 PM IST
Kanpur News : केंद्र सरकार के इस लोचे ने जूनियर डॉक्टर्स को धरने पर बैठने को किया मजबूर, रोगी मरें या जियें नहीं मिलेंगे आंकड़े!
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(कानपुर : धरने पर बैठने को मजबूर जूनियर डॉक्टर्स। फोटो : जनज्वार/मनीष दुबे)

Kanpur News : धरने पर बैठे डॉक्टर्स की मांग है कि नीट पीजी परीक्षा 2021 की कॉउंसलिंग जल्द से जल्द शुरू की जाए, मांग पूरी न होने पर जूनियर डॉक्टर्स शांतिपूर्ण हड़ताल पर बैठ गए हैं....

मनीष दुबे की रिपोर्ट

Kanpur News : उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) स्थित जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज (GSVM Medical College) में जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर हैं। इनकी हड़ताल (Strike) का आज तेरहवां दिन है। यह सभी डॉक्टर नीट पीजी -2021 कॉउंसलिंग की मांग के समर्थन में आंदोलन कर रहे हैं। इससे पहले सोमवार को डॉक्टरों ने ओपीडी के मामलों में आक्रामकता दिखानी शुरु कर दी थी। इसके साथ ही वार्डों के कार्यों और रूटीन ओटी का बहिष्कार कर दिया गया।

शांतिपूर्ण चल रहे प्रदर्शन के बीच कुछ डॉक्टर्स रोगी भी देख रहे हैं। साथ ही कॉलेज के प्राचार्य को एक ज्ञापन भी भेजा गया। जूनियर्स डॉक्टरों ने प्राचार्य को अवगत कराया है कि यदि प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स ने इमरजेंसी में कार्य बन्द किया तो वे भी काम नहीं करेंगे। बताते चलें कि फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (FORDA) ने शनिवार को नोटिस जारी कर अवगत कराया था कि वह लोग सोमवार से इमरजेंसी में काम बन्द कर देंगे।

क्या है मांग

धरने पर बैठे डॉक्टर्स की मांग है कि नीट पीजी परीक्षा 2021 की कॉउंसलिंग जल्द से जल्द शुरू की जाए। मांग पूरी न होने पर जूनियर डॉक्टर्स शांतिपूर्ण हड़ताल पर बैठ गए हैं। इस देशव्यापी आंदोलन के समर्थन में कानपुर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स भी धरने पर हैं। जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि उनकी मांग जायज है।

रोगी को न हो दिक्कत

कार्य बहिष्कार के बाद भी यह कोशिश है कि किसी भी रोगी को कोई तकलीफ न होने पाए। आपको बता दें कि हैलट ओपीडी में कानपुर मंडल के अलावा आसपास जिलों के रोगी भी आते हैं। ओपीडी का संचालन जारी रखने के लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज और हैलट प्रबंधन ने जूनियर डॉक्टर्स से चार राउंड बातचीत की है।

आज पांचवें राउंड हुई बातचीत

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज व हैलट प्रबंधन ने जूनियर डॉक्टर्स से आज पांचवें राउंड की बातचीत की है। जिसमें कहा गया है कि अपनी मांगों को लेकर आंदोलन करते रहें लेकिन किसी भी रोगी को दिक्कत न हो इसका भी ख्याल रखा जाए। इस मामले में जनज्वार से बात करते गए डॉ. सुभम सिंह ने बताया कि हम पूरा ख्याल रख रहे हैं कि हमारे शांतिपूर्ण धरने से किसी रोगी को तकलीफ न पहुंचे।

एसोसिएशन ने जनज्वार से साझा की यह बात

रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के स्पोक्सपर्सन डॉ. सुभम सिंह ने जनज्वार से बातचीत करते हुए बताया कि, इशू कुछ नहीं है हमारी मांग है कि नीट पीजी 2021 की जो कॉउंसलिंग डिले है पिछले एक साल से अटकी हुई है उसे जल्द से जल्द पूरी की जाए। डॉ. सुभम ने बताया कि इसके अगेंस्ट जो कोर्ट में मामला लंबित है तो हम चाहते हैं कि कोर्ट के थ्रू या सरकार के थ्रू इसे बहाल किया जाए। बहाल होते ही हम अपना कार्य बहिष्कार वापस ले लेंगे।


क्या है पूरा मामला?

यह पूरा जो मामला है वह सरकार द्वारा लाये गए रिजर्वेशन प्रोसेस को लेकर शुरु हुआ था। जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में जाने से कॉउंसलिंग 8-9 महीने डिले हो गई। अब डॉक्टर्स की संख्या में कमी आ रही। डॉक्टरों की मांग है कि अदालत या सरकार या तो इस सत्र को आगे बढ़ाए अथवा कॉउंसलिंग जल्दी करवा दी। कुल मिलाकर पेंच सरकार की तरफ से फंसा हुआ है जिसमें डॉक्टर्स धरने पर हैं और आम जनता व रोगी परेशानी झेल रहे।

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