Khargone Violence Updates : जिला प्रशासन ने मस्जिद में जुमे की नमाज पर लगाई रोक, सभी से की इस बात की अपील
Khargone Violence Updates : मध्य प्रदेश के खरगोन में रविवार यानि रामनवमी के दिन हुई हिंसा ( Khargone Violence ) के बाद से छठे दिन में कर्फ्यू ( Curfew ) जारी है। आज रमजान का दूसरा जुमा ( Juma ) है लेकिन जिला प्रशासन ने लोगों को मस्जिदों में नमाज ( Namaz in Mosque ) पढ़ने की इजाजत नहीं दी है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग हालात को देखते हुए घर पर ही जुमे की नमाज पढ़ें।
दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा
फिलहाल, मध्य प्रदेश के खरगोन में अफवाहों का बाजार गर्म है। धटना के बाद से जारी कर्फ्यू की वजह से लोग अपने घरों में ही कैद हैं। 14 अप्रैल की रात अचानक पत्थरबाजी की अफवाह से एक बार यहां माहौल तनावपूर्ण हो गया। इसके बाद रात के समय पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स को गश्त बढ़ानी पड़ी। इस बीच एक तरफ जहां राज्य की शिवराज सरकार ने कहा कि दंगाइयों को बख्शा नहीं जाएगा तो दूसरी तरफ खरगोन में जिला प्रशासन ने सभी से जुमे के रोज घर पर ही नमाज पढ़ने की अपील की है। प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि अगामी आदेश तक किसी को भी मस्जिद में नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं है।
हिंसा के बाद प्रशासन की कार्रवाई सही
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि उनकी सरकार दंगों में लिप्त पाये गए किसी व्यक्ति को नहीं बख्शेगी। उन्होंने रामनवमी के दिन खरगोन में हुई हिंसा में कथित तौर से शामिल लोगों के अवैध ढांचों को गिराने की कार्रवाई को भी उचित ठहराया है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने महू कस्बे में एक सभा को संबोधित करते हुए सवाल किया कि अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों के घरों में आग लगा दी गई थी। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। चौहान ने बाबा साहेब आंबेडकर की 131वीं जयंती पर श्रद्धांजलि भी दी। डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म महू में ही हुआ थां।
बता दें कि रामनवमी यानि 11 अप्रैल 2022 के दिन जुलूस में शामिल लोगों पर अचानक पथराव, आगजनी और हिंसा की घटनाओं के बाद से खरगोन में कर्फ्यू लगा है। एमपी पुलिस हिंसा के सिलसिले में अब तक 121 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।