Lohaghat News : नहीं मिल रहा नंदा गौरा देवी कन्या धन योजना का लाभ, छात्राओं के क्रमिक अनशन का तीसरा दिन

(उपजिलाधिकारी के प्रांगण में क्रमिक अनशन पर छात्राएं)
Lohaghat News : गौरा देवी कन्या धन योजना (Gaura Devi Kanya Dhan Yojana) से वंचित छात्राओं के तीन दिवसीय क्रमिक अनशन का आज तीसरा दिन है। आम आदमी पार्टी (AAP) प्रभारी राजेश बिष्ट के नेतृत्व में क्रमिक अनशन कर रहीं छात्राओं ने चेतावनी दी है कि कल से वह आमरण अनशन करेंगी। उनका आरोप है कि उन्हें 2017-18 का 51,000 रुपये कन्या धन नहीं मिला और सरकार की ओर से किसी भी प्रकार का सकारात्मक जवाब नहीं मिल रहा है।
आप नेता राजेश बिष्ट ने कहा, सभी छात्राओं की संयुक्त मांग पर पहले 23 नवंबर 2021 को जिलाधिकारी द्वारा उत्तराखंड के मुख्यमंत्री (Uttarakhand CM) को 7 दिनों का ज्ञापन दिया गया था। इसी तरह 6 दिसम्बर को भी एक ज्ञापन दिया गया जिसका कोई सकारात्मक जवाब अभी तक नहीं मिल पाया। इसी क्रम में एक ज्ञापन छात्राओं के द्वारा 11 दिसम्बर को उपजिलाधिकारी को दिया जिसमें यदि कोई उचित उत्तर नहीं मिला। सरकार का रवैया जस का तस रहा।
उन्होंने कहा कि तीन बार के ज्ञापन पर कोई जवाब न आना सरकार की महिला विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक जवाब न मिलने पर सभी छात्राएं रोष में हैं जिसके कारण 15 दिसंबर से सभी महिलाएं तीन दिवसीय क्रमिक अनशन के तीसरे दिन भी अपनी मांगों पर उपजिलाधिकारी प्रांगण में बैठने पर मजबूर हैं।
क्रमिक अनशन में शामिल एक छात्रा ने कहा, मैं 2017 की 12वीं पास आउट हूं। 2017-18 की छात्राओं को कन्या धन नहीं मिला। इस बारे में हमने बहुत बार सरकार से अपील की कि हमें कन्या धन दिया जाए। एक तरफ सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कहती है, दूसरी तरफ बेटियों का ही हक मारा जा रहा है। इस मामले को हम सरकार के सामने हमेशा रखते आ रहे हैं। हमने एसडीएम, डीएम और मुख्यमंत्री तक अपनी बात रखी है। हम सरकार से आग्रह करना चाहते हैं कि हमारी मांगे पूरी की जाएं और हमें हमारा हक दिया जाए।
अनशन में पूर्व ग्राम प्रधान रतन सिंह बिष्ट, तुलसी बिष्ट, मनीषा मेहता, कुसुम फर्त्याल, पूजा टम्टा, शालिनी पुजारी, प्रियंका गोरखा, प्रति जोशी, आरती जोशी, भास्कर बिष्ट, पवन कुमार, मोहित लमगड़िया, राकेश बिष्ट, राजवीर चौहान आदि शामिल रहे।
क्या है गौरा देवी कन्या धन योजना
इस योजना की शुरुआत उत्तराखंड सरकार ने राज्य की आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की लड़कियों के लिए कीहै। योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, गरीबी रेखा से नीचे आने वाले बीपीएल (एससी, एसटी, ईडब्ल्यूएस) वर्ग की लड़कियों को सरकार के द्वारा 51,000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। योजान का लाभ प्राप्त करने के लिए छात्रा राज्य में स्थित केंद्र सरकार/राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त बोर्ड के अधीन किसी विद्यालय से इंटर या 12वीं कक्षा में हो, तभी वह इस योजना के तहत आवेदन कर सकती है।
योजना के मुताबिक सरकार की तरफ से दी जाने वाली धनराशि लड़की के 12वीं पास करने के बाद दी जाएगी। छात्रा अविवाहित हो और जिस साल आवेदन किया जा रहा है उस साल 1 जुलाई को उसकी उम्र 25 साल से कम होनी चाहिए। तभी वह इस योजना का लाभ ले सकती हैं।











