Madhya Pradesh Crime News : GAY ऐप के जरिए ब्लैकमेल करने वाले गैंग का पर्दाफाश, अश्लील वीडियो बनाकर करते थे पैसे की मांग
GAY ऐप के जरिए ब्लैकमेल करने वाले गैंग का पर्दाफाश
Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश से GAY (समलैंगिक) डेटिंग एंड वीडियो चैटिंग ऐप से सेक्सटॉर्शन का मामला सामने आया है। इस GAY ऐप का नाम 'Blued' है| बता दें कि ये ऐप इंटरनेशनल लेवल का है| इस ऐप को दुनिया भर में एक करोड़ से ज्यादा बाद डाउनलोड किया जा चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में पकड़े गए आरोपी इस ऐप पर प्रोफाइल बनाकर समलैगिंक युवाओं को सुनसान जगह बुलाते और रिलेशन बनाते थे। जिसके बाद फिर उनके अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करते थे। बाद में आरोपी ये वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपए ऐंठते थे।
पुलिस ने की कार्यवाही
इस मामले में पुलिस में दो लोगों ने शिकायत की थी। जिसके बाद गुना से पुलिस ने 6 लोगों की गैंग को पकड़ा है। पकडे गए आरोपी में 2 नाबालिग भी शामिल हैं। बाकी आरोपियों में 4 आरोपियों में 20 साल का बंटी केवट, 21 साल का टीकम साहू, 19 साल का अनिकेत रजक और 29 साल का नीरज राठौर शामिल है। पुलिस ने इन चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि इस गैंग का सिर्फ एक बदमाश गे है।
पुलिस के पास पंहुचा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह गैंग अपने आसपास के समलैंगिक युवाओं पर नजर रखती थी। कोई भी इस ऐप पर आईडी बनाता, तो गैंग के सदस्य लोकेशन देखकर उसे अपने झांसे में ले लेते थे। शहर के दो युवाओं ने बीते शनिवार को पुलिस से शिकायत की थी। दोनों युवाओं से इस ऐप के जरिए संपर्क किया गया था। जिसके बाद सुनसान जगह पर बुलाकर संबंध बनाए गए और उनका अश्लील वीडियो बनाया गया| जिसके बाद उनसे रुपए की मांग की गई|
पुलिस का कहना है कि पकड़े गए आरोपी कोई काम नहीं करते थे। सभी आरोपी ज्यादा पढ़े-लिखे भी नहीं हैं। इन सभी आरोपियों में से ज्यादातर सिर्फ 12वीं पास हैं। साथ ही SP राजीव कुमार मिश्रा का कहना है कि प्रदेश का ये इस तरह का पहला मामला है, जो सामने आया है।
ऐप पर होती है डेटिंग
बता दें कि इस ऐप का नाम 'Blued' है| यह ऐप प्ले स्टोर पर उमलब्ध है। यह ऐप GAY लोगों के लिए डेटिंग और वीडियो कॉल के लिए बनाई गई है। इस ऐप के दुनियाभर में एक करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं। बता दें कि इस ऐप के डिस्क्रिप्शन में लिखा हुआ है कि ऐप के जरिए आप दुनियाभर के 5 करोड़ से ज्यादा समलैंगिकों से संपर्क कर सकते हैं। आपके आसपास के उस तरह के लोग इस ऐप के जरिए आपके संपर्क में आ सकते हैं।
ऐसे बनाते थे शिकार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोई व्यक्ति जब इस ऐप को इंस्टॉल कर अपनी आईडी बनाता है तो उसकी लोकेशन ऐप पर रजिस्टर्ड लोगों को दिखने लगती है। इसी लोकेशन के सहारे ही लोग एक-दूसरे के संपर्क में आते हैं। जिस चीज का फायदा ब्लैकमेलर्स गैंग उठाया करते थे।
इस ऐप पर लॉगिन करने वाले अपने इलाके के लोगों से संपर्क कर उन्हें किसी सुनसान जगह मिलने बुलाते थे। जहां पर उनसे संबंध बनाए जाते थे और उनकी अश्लील वीडियो बना ली जाती थी। वीडियो बनाने के बाद गैंग मेंबर्स ब्लेकमेलिंग का खेल शुरू करते थे। ब्लैकमेल करने के बाद उनसे पैसे मांगे जाते थे।
दो युवकों ने दर्ज कराई शिकायत
इस मामले में पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है| उनसे यह पता लगाया जा रहा है कि इस ऐप के जरिए कितने युवाओं को शिकार बनाया गया है| पुलिस के सामने अभी यह बात सामने आई है कि बदनामी के डर के कारण ठगी के शिकार युवक सामने नहीं आते थे लेकिन शहर के दो युवकों ने हिम्मत दिखाई और इस मामले के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस वजह से इस गैंग का पर्दाफाश हुआ है| आरोपियों ने इन दो युवकों में से एक से सोने की चेन तक छीन ली थी।
बता दने कि इन आरोपियों में दो नाबालिग भी शामिल हैं। मीडिया में छपी खबरों के अनुसार ये ठग कई और युवाओं से रुपए ऐंठ चुके हैं। इन्होंने राघोगढ़ में भी एक युवक को फंसाकर 50 हजार रुपए वसूले थे। बता दें कि पुलिस पकड़े गए आरोपियों को अदालत में पेश करने की तैयारी में जुटी है|