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मध्य प्रदेश

मध्य प्रदेश में गाेरक्षा प्रमुख की गोली मारकर हत्या, मर्डर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

Janjwar Desk
27 Jun 2020 1:19 PM GMT
मध्य प्रदेश में गाेरक्षा प्रमुख की गोली मारकर हत्या, मर्डर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
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वीडियो में दिख रहा है कि लगभग आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में चारपहिया वाहन से उतरकर राॅड-लाठियाें के साथ रवि विश्वकर्मा पर कई फायर किये...

जनज्वार, भोपाल। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद स्थित पिपरिया में एक युवक की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी, मर्डर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

जानकारी के मुताबिक जिस युवक को नकाबपोश बदमाशों ने मौत के घाट उतारा वह होशंगाबाद जिले का गोरक्षा प्रमुख रवि विश्वकर्मा था। इस घटना में शुरुआती जांच के बाद सुपारी देकर मर्डर करवाये जाने की बात कही जा रही है।

दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर के मुताबिक राजीव गांधी वार्ड निवासी जिला गाेरक्षा प्रमुख रवि विश्वकर्मा की शुक्रवार 26 मई की शाम करीब पौने 7 बजे फिल्मी स्टाइल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गयी, जिसका वीडियो सामने आ चुका है। वीडियो में दिख रहा है कि लगभग आधा दर्जन नकाबपोश बदमाशों ने फिल्मी स्टाइल में चारपहिया वाहन से उतरकर राॅड-लाठियाें के साथ रवि विश्वकर्मा पर कई फायर किये। बदमाशों द्वारा हमला किये जाने पर कार में सवार रवि के दो दोस्त गेट खुलते ही जान बचाकर मौकास्थल से भाग गये।

शुरुआती जांच के बाद सामने आया है कि 26 जून को गोरक्षा प्रमुख रवि विश्वकर्मा कार से अपने तीन साथियाें के साथ होशंगाबाद में आयोजित एक बैठक से लौट रहे थे। जब उनकी कार काली मंदिर साइड से अंडरब्रिज पार कर रही थी, तभी एक अन्य चौपहिया वाहन सामने आया और उन्हें जबर्दस्ती रोक दिया। इसमें सवार लगभग करीब आधा दर्जन लोग रॉड, लाठियां लेकर उतरे और रवि विश्वकर्मा पर जानलेवा हमला कर दिया, उसके बाद उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।

39 वर्षीय रवि विश्वकर्मा के साथ कार में उनके साथी बजरंग दल के प्रांत सह संगठन मंत्री राजकुमार सिंह और सुरेश पटेल भी बैठे थे। हमलावरों ने लाठियों और रॉड से उन दोनों को भी बुरी तरह घायल किया। कार का गेट खुलते ही वे दोनों अपनी जान बचाकर वहां से भाग गए। हमले में बुरी तरह लहूलुहान रवि विश्वकर्मा को अस्पताल ले जाया गया, मगर वहां पहुंचने से पहले ही जान चली गयी।

इस मामले में एसडीओपी शिवेंदु जोशी कहते हैं कि घटनास्थल से शुरुआती जांच में एक बिना चला कारतूस और कारतूस के दाे खाली खाेके मिले हैं।

गौरतलब है कि रवि विश्वकर्मा ने अपनी हत्या होने की आशंका जताते हुए होशंगाबाद पहुंचकर एएसपी एपी सिंह को कल शुक्रवार 26 जून की दोपहर यानी अपनी हत्या से कुछ घंटे पहले ज्ञापन सौंपते जुए उल्लेख किया था कि उनके मित्र राकेश रघुवंशी को झूठा फंसाया गया है और रसूखदार अपराधी उनकी हत्या कर सकते हैं।

अपने बेटे के हत्यारों की ​तुरंत गिरफ्तारी और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे रवि विश्वकर्मा के पिता विष्णु प्रसाद कहते हैं कि इसी साल वो लोग अपने बेटे की शादी करने वाले थे, इसके लिए तैयारियां की जा रही थीं।

रवि विश्वकर्मा के छोटे भाई अमित की शिकायत पर पुलिस ने रवि की हत्या के ​लिए कुछ नामजद लोगों पर केस दर्ज किया है। जिन लोगों को रवि की हत्या के लिये जिम्मेदार ठहराया गया है, उनमें नीतू वंशकार, मुन्ना पटेल, संजू पटेल, अभी तिवारी, अभिषेक चौरसिया, कल्लू मेहरा, नितिन सिलावट, रज्जू पुरबिया, अजीत पटेल और अन्य शामिल हैं, इनके खिलाफ हत्या और बलवे का केस दर्ज किया गया है।

कार में रवि के साथ सवाल उनके दोस्त भूरा पटेल के मुताबिक चारपहिया वाहन से लगभग आधा दर्जन लोग उतरे और गोलियां दाग दी। इसी दौरान रवि ने मुझे और दो अन्य साथियों को भागने का इशारा किया। मुझे भी हमलावरों ने रॉड मारी। हमलावरों का टारगेट रवि था। उसे बचने का कोई मौका नहीं दिया।

रवि के जानकारों का कहना है कि गोरक्षा प्रमुख होने के साथ वह लोकप्रिय मजदूर नेता भी थे। उनकी हत्या की खबर सुनकर कल 26 जून की रात अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गयी थी। देर रात एएसपी अवधेश सिंह पिपरिया पहुंचे और एसडीएम मदनसिंह रघुवंशी, एसडीओपी शिवेंदु जोशी, टीआई प्रवीण कुमरे, सतीश अंधवान ने स्थिति को काबू में किया।

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