Begin typing your search above and press return to search.
मध्य प्रदेश

MP : महाकाल के दरबार में दिखी BJP नेताओं की ठसक, इतिहास में पहली बार भस्म आरती में अड़चन

Janjwar Desk
14 Aug 2021 8:40 AM GMT
MP : महाकाल के दरबार में दिखी BJP नेताओं की ठसक, इतिहास में पहली बार भस्म आरती में अड़चन
x

भाजपा नेताओं के कारण महाकाल की आरती में पड़ी बाधा... (Photo - twitter)

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय व विधायक रमेश मेंदोला सहित खास समर्थकों के साथ महाकाल के दर्शन करने पधारे थे। इन सभी पहुँचे नेताओं के आगे स्थानीय प्रशासन भी नतमस्तक नजर आया...

जनज्वार, इंदौर। केंद्र व प्रदेश की सत्ता में बैठी भाजपा सरकार (BJP Govt.) और उनके नेता अपने राजनीतिक रसूख के दम पर सरकारी नियमों की धज्जियां उड़ाने से नहीं हिचक रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में देखने को मिला।

महाकालेश्वर मंदिर में भाजपा (BJP) के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने विधायक पुत्र आकाश विजयवर्गीय व विधायक रमेश मेंदोला सहित खास समर्थकों के साथ महाकाल के दर्शन करने पधारे थे। इन सभी पहुँचे नेताओं के आगे स्थानीय प्रशासन भी नतमस्तक नजर आया।

बताया जा रहा है कि इन भाजपाईयों के आगमन से महाकाल (Mahakal) की रोजाना सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती में खलल पड़ा। इन सभी आगंतुकों को आरती से पहले ही गर्भगृह में प्रवेश करवा दिया गया। भस्म आरती करने वाले पुजारियों ने इस बात पर कड़ी आपत्ती जाहिर की है।

यहां के पुजारियों को कहा गया कि, पहले नेतागण दर्शन करेंगे। जिसके चलते पुजारियों को अंदर जाने से रोक दिया गया। रोजाना सुबह होने वाली भस्म आरती अपने समय से आधे घण्टे बाद शुरू हो सकी। इस आरती में शामिल हुए नेता बाद में नागचंद्रेश्वर के दर्शन करने गये, जबकि कहा जाता है कि गर्भगृह और नागचंद्रेश्वर में सभी लोगों का प्रवेश वर्जित है।

बावजूद इसके इन तमाम नेताओं ने नेताशाही और ठसक के दम पर सारे नियम-कायदों को धता बताते हुए बड़े आराम से दर्शन पूजन करते रहे। वहां मौजूद कुछ मीडिया वालों के कैमरे चले तो विधायक रमेश मेंदोला अपना चेहरा छुपाकर आगे बढ़ गये।

बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर के इतिहास (History) में यह पहली बार है की जब वीआईपी नेताओं के कारण भस्म आरती लेट हुई हो। पिछले साल भी ये नेता मंदिर में इसी तरह घूमे थे, और नेतानगरी के दम पर दर्शन पूजन किया था। इस घटना के बाद महाकाल के पुजारियों में आक्रोश देखा जा रहा है।

Next Story

विविध