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देवरिया जेल में बंद माफिया रामू द्विवेदी की तबीयत बिगड़ी, कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया सदर अस्पताल

Janjwar Desk
17 Jun 2021 4:19 PM GMT
देवरिया जेल में बंद माफिया रामू द्विवेदी की तबीयत बिगड़ी, कड़ी सुरक्षा के बीच ले जाया गया सदर अस्पताल
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(जिला कारागार में बंद होने के बाद पूर्व एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी ने जेल प्रशासन से तबीयत खराब होने की जानकारी दी।)

17 फरवरी 2014 की रात में शहर के भुलौजी कॉलोनी में एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के घर पर लग्जरी वाहन में सवार दर्जन भर बदमाशों के द्वारा फायरिंग की घटना हुई थी। उसमें एक युवक घायल हो गया था। इस मामले में पूर्व एमएलसी की तहरीर पर कारोबारी संजय केडिया और श्रीप्रकाश तिवारी पर मुकदमा दर्ज हुआ था....

जितेंद्र उपाध्याय की रिपोर्ट

जनज्वार। देवरिया जिला कारागार में बंद माफिया व बसपा के पूर्व एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी को तबीयत बिगड़ने पर बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। कोर्ट के जारी आदेश के बाद मेडिकल टीम की आई रिपोर्ट के आधार रामू द्विवेदी को यहां ईलाज के लिए लाया गया है। शराब कारोबारी रहे पोंटी चड्डा के करीबी पर जानलेवा हमला करने व एक अन्य व्यापारी को बंधक बनाकर पिटाई करने के सात साल पुराने मामले में पूर्व एमएलसी जेल में बंद है।

योगी सरकार के माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत टॉप 33 माफिया की सूची में शामिल बसपा के पूर्व एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी को लखनऊ स्थित आवास से गिरफ्तार कर पुलिस 12 जून को देवरिया लाई थी। । इसके अलावा उनके अन्य तीन साथियों को भी पुलिस गिरफ्तार की थी। जिन्हे बाद में कोतवाली सदर पुलिस कोर्ट में पेश की। जहां से कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया गया।यह गिरफ्तारी राज्य के बड़े शराब कारोबारी रहे पोंटी चड्डा के करीबी संजय केडिया पर जानलेवा हमला करने व समाजसेवी निकुंज अग्रवाल को बंधक बनाकर पिटाई करने के एक सात साल पुराने मामले में हुई थी।

जिला कारागार में बंद होने के बाद पूर्व एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी ने जेल प्रशासन से तबीयत खराब होने की जानकारी दी। इस पर रामू द्विवेदी के अधिवक्ता शिवाकांत मिश्र ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अवगत कराया कि मेरे मुवकिल का ब्लड प्रेशर व शुगर बढ़ा है। कुछ दिन पहले कोविड 19 पॉजिटिव हो गया था। इनका तत्काल इलाज की दरकार है। इस पर न्यायालय ने मेडिकल टीम गठित कर जांच करने का आदेश दिया। जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डी के सिंह व एसएस द्विवेदी समेत अन्य चिकित्सकों की टीम ने जांच कर जिला अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी। इसी क्रम में भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जिला कारागार से रामू द्विवेदी को सदर अस्पताल ले जाया गया । जहां ईलाज चल रहा है।

बसपा के पूर्व एमएलसी संजीव उर्फ रामू द्विवेदी का नाम प्रदेश के टॉप 33 माफिया में शामिल है। इसको लेकर उन पर शिकंजा कसने की तैयारी काफी दिनों से चल रही थी। शासन-प्रशासन के तरफ से कारवाई के लिए हरी झंडी मिलते ही देवरिया पुलिस सक्रिय हो गई। देवरिया पुलिस ने पूर्व एमएलसी रामू को लखनऊ के बहुखंडी आवास के पास से गिरफ्तार किया। इसके उनके तीन साथियों कुणाल मल्ल, बजरंगी तिवारी और मनीष मिश्र को भी देवरिया पुलिस ने विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया।

गिरफ्तारी के बाद चारों आरोपियों को रिमांड मजिस्ट्रेट के यहां पेश किया गया। रामू द्विवेदी तथा उनके साथियों पर आरोप है कि इन लोगों ने देवरिया निवासी तथा शराब कोरोबारी पोंटि चड्ढा के करीबी रहे संजय केडिया पर जानलेवा हमला किया था तथा समाजसेवी निकुंज अग्रवाल के साथ मारपीट की थी। हालाकि बाद में दोनों मामले में सुलह हो जाने पर फाइल बंद कर दी गई थी। इस बीच शराब कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर लेकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की है।

ऐसे कसा पुलिस ने रामू द्विवेदी पर शिकंजा

रामू के खिलाफ सदर कोतवाली में संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था, लेकिन बाद में मामले की विवेचना कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई। जहां पुलिस ने प्राणघातक हमला होने का अपराध नहीं पाए जाने पर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। इसके अलावा व्यापारी निकुंज अग्रवाल की पिटाई कर धमकी देने के मामले में भी सुलह हो गई थी। दोनों मामलों की फाइल फिर से खंगालनी शुरु की। कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर देकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी। एडीजी जोन अखिल कुमार ने एसपी को पत्र भेज कर रामू पर दर्ज मुकदमे, जुड़े लोग और संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके बाद एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने खुद कोतवाली में पूर्व एमएलसी पर दर्ज मामलों के बारे में जानकारी ली। जबकि दूसरी तरफ डीसीआरबी से भी रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया था।

चौरीचौरा थाने के हिस्ट्रीशीटर रामू पर लखनऊ में 1996 से 98 के बीच हत्या के तीन मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा गोरखपुर, देवरिया में उन पर रंगदारी, हत्या की कोशिश जैसी कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।

ऊंची राजनीतिक रसूख के चलते हाथ डालने से कतराती थी पुलिस

17 फरवरी 2014 की रात में शहर के भुलौजी कॉलोनी में एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के घर पर लग्जरी वाहन में सवार दर्जन भर बदमाशों के द्वारा फायरिंग की घटना हुई थी। उसमें एक युवक घायल हो गया था। इस मामले में पूर्व एमएलसी की तहरीर पर कारोबारी संजय केडिया और श्रीप्रकाश तिवारी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। जबकि संजय केडिया की तहरीर पर रामू द्विवेदी पर 10 लाख रुपये की रंगदारी मांगने का केस दर्ज हुआ था। कोतवाली पुलिस ने पूर्व एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू व अन्य लोगों पर हत्या के प्रयास और रंगदारी का केस दर्ज किया।

कहा जाता है कि राजनीतिक रसूख के कारण इस मामले कि विवेचना कुछ माह बाद कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई। रामू इस मामले में कोर्ट से जमानत करा चुके हैं। उधर, व्यापारी निकुंज अग्रवाल की पिटाई कर जान से मारने की धमकी का मामला प्रकाश में आने के बाद भी पुलिस ने उस दौरान केस दर्ज नहीं किया। बाद में मुकदमा दर्ज होने के बाद इस मामले में निकुंज कोर्ट में सुलह कर चुके हैं। सत्ता बदलने के बाद माफियाओं के खिलाफ कारवाई के जद में रामू द्विवेदी भी आ गए। कहा जाता है कि पिछले 6 माह से ये पुलिस के निशाने पर थे। आखिरकार पुलिस दोनों मामले की दोबारा जांच कराने के लिए पीड़ित पक्ष से तहरीर लेकर करवाई शुरु कर दी।

अवैध संपत्ति जप्त करने की हो सकती है कारवाई

टॉप 33 माफिया की राज्य में बनी सूची में शामिल रामू द्विवेदी पर शिकंजा कसने की तैयारी में देवरिया पुलिस जुट गई है। उनकी कुछ संपत्तियों के बारे में पुलिस ने ब्योरा तैयार किया है लेकिन अधिकांश भूमि चौरी चौरा थाना क्षेत्र की है। कुछ भूमि गौरीबाजार थाना क्षेत्र में भी है। इनसे जुड़े ऐसे लोग हैं, जिनके पास चंद दिनों में अकूत संपत्ति हो गई है। इन पर भी पुलिस की खास नजर है। इस मामले की रिपोर्ट एडीजी को भेज दी गई है।

उधर, पूर्व एलएलसी रामू द्विवेदी ने गिरफ्तारी के बाद कहा था कि मेरे खिलाफ दर्ज केस समाप्त हो चुके हैं। देवरिया में जो केस दर्ज है वह राजनीतिक साजिश के तहत है। मुझ पर हमला किया गया और मेरे ही खिलाफ केस दर्ज कर दिया गया। बदले की भावना से पुलिस कार्य कर रही है। वह भी ऐसे समय में जब मैं संक्रमण जैसी गंभीर बीमारियों से जूझते हुए अस्पताल में भर्ती था।

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