Maharashtra Gadchiroli encounter : महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में मारे गए 26 माओवादियों में प्रोफेसर आनंद तेलतुंबड़े के भाई भी शामिल, मिलिंद तेलतुंबड़े पर था 50 लाख का इनाम
Maharashtra Gadchiroli encounter : मणिपुर में उग्रवादियों के हाथों मारे गए असम राइफल्स के सीओ समेत पांच लोगों की हत्या के बाद महाराष्ट्र ( Maharashtra ) के नक्सल प्रभावित क्षेत्र गढ़चिरौली ( Gadchiroli ) में जिला पुलिस ने माओवादियों ( Maoists ) पर बड़ा प्रहार किया। गढ़चिरौली मुठभेड़ ( Gadchiroli encounter ) के दौरान 26 नक्सली मारे गए हैं। तीन जवानों के घायल होने की भी सूचना है। वहीं मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए हैं। गढ़चिरौली मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों की अभी पहचान नहीं हो पाई है। ताजा अपडेट के मुताबिक उनमें से एक के शीर्ष विद्रोही नेता होने का पुलिस को संदेह है।
माओवादी केंद्रीय कमेटी के सदस्य मिलिंद तेलतुंबड़े भी शहीद
गढ़चिरौली मुठभेड़ में मारे गए लोगों में प्रसिद्ध वामपंथी बुद्धिजीवी आनंद तेलतुंबड़े के भाई और पीआई ( माओवादी ) केंद्रीय कमेटी सदस्य मिलिंद तेलतुंबड़े महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में अपने 26 साथियों के साथ शहीद हो चुके हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने तेलतुंबड़े के बारे में जानकारी देने वालों के लिए 50 लाख का इनाम देने की घोषणा की थी।
भारी मात्रा में घातक हथियार बरादम
गढ़चिरोली पुलिस को मुठभेड़ स्थल से अब तक 29 हथियार मिले हैं। इन हथियारों में पांच एके 47, एक एके यूबीजीएल, नौ एसएलआर, एक इनसास, 12 बोर राइफल और एक पिस्तौल शामिल हैं।
तलाशी अभियान के दौरान माओवादियों ने की थी फायरिंग
गढ़चिरौली के एसपी अंकित गोयल ने बताया है कि घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोयल ने कहा कि मुठभेड़ सुबह मर्दिनटोला वन क्षेत्र के कोरची में हुई। जब सी-60 पुलिस कमांडो की एक टीम अतिरिक्त एसपी सौम्या मुंडे के नेतृत्व में तलाशी अभियान चला रहा था। गढ़चिरौली के पुलिस अधिकारियों ने पहले कहा था कि कार्रवाई में चार पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। उन्हें इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से नागपुर ले जाया गया। महाराष्ट्र का यह जिला छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित है।
पुलिस को मिली थी जंगल में माओवादियों के मौजूदी की सूचना
गढ़चिरौली पुलिस को इस बात की जानकारी मिली थी कि सीपीआई माओवादी कैडर के लोग जंगल में डेरा डाले हुए हैं। इस सूचना के बाद पुलिस ने माओवादियों के खिलाफ अभियान को अंजाम दिया। पुलिस को इस बात की भी जानकारी मिली थी कि माओवादी समूह में मुख्य रूप से सीपीआई (माओवादी) की गढ़चिरौली मंडल समिति के सदस्य सुखलाल के नेतृत्व में कोरची दलम के सदस्य शामिल हैं। इस मुठभेड़ में 26 माओवादी भले ही मारे गए लेकिन पुलिस के साथ उनकी मुठभेड़ लंबी चली।
गृह मंत्री ने की गढ़चिरौली पुलिस की तारीफ
Maharashtra Gadchiroli encounter : महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने 26 नक्सलियों को मौत के घाट उतारने के लिए गढ़चिरौली पुलिस खासकर C60 कमांडो और जिले के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल की तारीफ की है।
घायल पुलिसकर्मियों की हुई पहचान
घायल पुलिसकर्मियों की पहचान रवींद्र नैतम (2), सर्वेश्वर अतरण (3), म्हारू कुदमेठे (4) और टीकाराम कटांगे (21) के रूप में हुई है। गौरतलब है कि मुंबई से 900 किलोमीटर दूर पूर्वी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में शनिवार को पुलिस के साथ मुठभेड़ में कम से कम 26 माओवादी मारे गए। जिला पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने कहा कि हमने जंगल से अब तक 26 नक्सलियों के शव बरामद किए हैं।
गढ़चिरौली के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी मुठभेड़
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में जिला पुलिस और माओवादियों के बीच मुठभेड़ इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी एनकाउंटर साबित हुई। एनकाउंट में 26 माओवादी मारे गए। इससे हले 23 अप्रैल, 2018 को गढ़चिरौली पुलिस ने दो अलग-अलग झड़पों में 40 माओवादियों को मार गिराया था। इनमें से एटापल्ली तहसील के बोरिया-कास्नासुर इलाके में 34 और छह लोगों को अहेरी तहसील में कथित तौर पर फरार होने के दौरान मार गिराया गया था। शनिवार की मुठभेड़ के बाद मारे गए लोगों में भाकपा ( माओवादी ) केंद्रीय समिति के सदस्य मिलिंद तेलतुम्बडे भी शामिल है। पुलिस ने कुछ दिनों पहले आत्मसमर्पण करने वाले तेलतुम्बडे के पूर्व अंगरक्षक राकेश को यह जांचने के लिए लिया है कि क्या सीपीआई (माओवादी) नेता मृतकों में से थे या नहीं। तेलतुम्बडे दलित बुद्धिजीवी आनंद तेलतुम्बडे के छोटे भाई हैं। आनंद की भीमा-कोरेगांव मामले में गिरफ्तारी हुई थी। वह भाकपा (माओवादी) के महाराष्ट्र-मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ क्षेत्र के प्रभारी भी हैं।