Margaret Alva Profile: कौन हैं मार्गरेट अल्वा? जानें विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बारे में सब कुछ

Margaret Alva Profile: कौन हैं मार्गरेट अल्वा? जानें विपक्ष के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के बारे में सब कुछ
Who is Margaret Alva: विपक्ष ने आज राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्गरेट अल्वा (margaret alva) को उपराष्ट्रपति पद (vice presidential candidate ) का उम्मीदवार घोषित किया है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार (sharad pawar) ने रविवार को मार्गरेट अल्वा के नाम की घोषणा की. पवार ने अल्वा के नाम की घोषणा करते हुए कहा, "इस सर्वसम्मति से निर्णय के लिए 17 दल शामिल हैं. हमारी सामूहिक सोच है कि अल्वा मंगलवार को उपराष्ट्रपति का नामांकन दाखिल करेगी." यह घोषणा बीजीपी (bjp) के नेतृत्व वाले एनडीए द्वारा बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को आगामी राष्ट्रपति चुनावों के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करने के एक दिन बाद आई है. यह फैसला एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के आवास पर हुई बैठक में लिया गया. संसद की वर्तमान संख्या 780 में से अकेले भाजपा के पास 394 सांसद हैं, जो बहुमत के 390 से अधिक है. चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 19 जुलाई है और चुनाव 6 अगस्त को निर्धारित है.
कौन हैं मार्गरेट अल्वा?
मार्गरेट अल्वा का जन्म 14 अप्रैल, 1942 को मैंगलोर कर्नाटक में एक रोमन कैथोलिक फैमिली में हुआ था. उन्होंने बैंगलोर के माउंट कार्मेल कॉलेज से बीए की डिग्री ली. इसके बाद गवर्नमेंट लॉ कॉलेज से वकालत की डिग्री ली. अल्वा ने 1969 में पॉलिटिकल करियर शुरू किया. वे 1975 से 1977 के बीच कांग्रेस की ज्वाइंट सेक्रेटरी रहीं. इसके बाद 1978 से 1980 तक कर्नाटक से कांग्रेस महासचिव भी रहीं। अल्वा चार बार राज्यसभा की सदस्य भी रहीं.
इनसे हुई मार्गरेट अल्वा की शादी
मार्गरेट अल्वा की शादी 1964 में निरंजन थॉमस अल्वा से हुई. दोनों की मुलाकात गवर्नमेंट लॉ कॉलेज में हुई थी. उनकी एक बेटी और तीन बेटे हैं। बता दें कि मार्गरेट अल्वा राजीव गांधी और पीवी नरसिम्हा राव की सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुकी हैं. राजीव कैबिनेट में संसदीय कार्य और युवा विभाग की मंत्री रही, जबकि नरसिम्हा राव की सरकार में पब्लिक और पेंशन विभाग की मंत्री रही हैं.
शाहबानो केस में किया था राजीव गांधी का विरोध
मार्गरेट अल्वा ने 2016 में अपनी बायोग्राफी करेज एंड कमिटमेंट में एक बड़ा खुलासा किया था. इसमें उन्होंने बताया था कि राजीव गांधी जब शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ अध्यादेश लाने जा रहे थे, तब मैंने उन्हें मौलवियों के सामने नहीं झुकने को कहा था. हालांकि, उन्होंने मेरा सुझाव मानने से मना कर दिया था.
कब है उपराष्ट्रपति चुनाव?
उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार 19 जुलाई तक अपने नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे. इसके बाद नामांकन पत्रों की जांच 20 जुलाई को होगी. उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र 22 जुलाई तक वापस ले सकेंगे. उपराष्ट्रपति चुनने के लिए वोटिंग अगले महीने 6 अगस्त को होगी.





