'जीवन बच गया है माननीय मोदीजी की कृपा से' ये कहकर आखिर जताना क्या चाहते हैं नेता, मंत्री और अधिकारी
(यूक्रेन से लोटे छात्रों के एक समूह के साथ फोटो खिंचवाते नरेंद्र मोदी)
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध में अब तक दो भारतीय छात्रों (Indian Students) की मौत हो चुकी है, जबकि गोलाबारी में एक छात्र गंभीर रूप से घायल हुआ है। आज जनरल वीके सिंह ने इस बात की पुष्टि भी की है। लेकिन हमारे भारत में तमाम नेता, मिनिस्टर इस बात को किसी इवेंट की तरह बनाकर चल रहे हैं।
"जीवन बच गया है मोदी जी की कृपा से"
— Vinod Kapri (@vinodkapri) March 3, 2022
भारत के प्रधानमंत्री @narendramodi ने अपने मंत्रियों को काम पर लगा दिया है कि वो रोज़ बेशर्मी और निर्लज्जता की नई मिसाल पेश करें।
बच्चों से जबरन "मोदी की जय" बुलवाया जा रहा है , जो वो बोलने तक को तैयार नहीं हैं। pic.twitter.com/Yssmm93tjE
गौरतलब है कि यूक्रेन में फंसे लगभग 20 हजार छात्रों में से अभी कुछ ही को भारत (India) वापस लाया जा सका है। चार-चार केंद्रीय मंत्रियों को इस काम की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले एक वीडयो वायरल हुआ था, जिसमें केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी यूक्रेन से राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर निशाना साध रहे थे। पुरी ने कहा कि उनसे कहिए वह चुनाव पर ध्यान दें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन गंगा चलाया है। जिसको वे तमाम चुनावी रैलियों में इस्तेमाल करते हुए बताते सुने जा रहे कि भारत के एक-एक बच्चे को स्वदेश लाया जाएगा। वाराणसी में कल प्रधानमंत्री ने भारत लौटे छात्रों के एक दल से मुलाकात कर फोटोशेसन भी कराया था।
लोग कह रहे कि अभी केंद्र सरकार का महाइवेंट होना बाकी है। चुनाव समाप्त होते ही, नरेंद्र मोदी एक ऐसा शो करेंगे जिसमें सभी भारतीय बच्चे जो वापस लौटे हैं उन्हें बुलाकर जय-जयकार लगवाई जाएगी। लेकिन यहां एक सवाल यह है कि जब बच्चे यूक्रेन में फंसे हैं तो उनके वापस लाना एक देश का प्रधानमंत्री होने के नाते क्या मोदी का दायित्व नहीं था। और यदि दायित्व है उसे मोदीजी निभा रहे हैं तो उसमें कृपा अथवा गैरकृपा जैसी बातें बिल्कुल वाहियात हैं।