Navjot Singh Sidhu ने इमरान खान को बताया 'बड़ा भाई', बयान को लपकते हुए भाजपा ने कहा - 'जिसका डर था वही हुआ'
DSP दिलशेर सिंह बोले - पुलिस के बिना एक रिक्शा चालक भी सिद्धू की नहीं सुनते।
नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने करतारपुर साहिब पहुंचकर एक बार फिर विवादित बयान देकर पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है। वहीं, कृषि कानूनों की वापसी को लेकर विपक्ष के निशाने पर आई भाजपा ने सिद्धू के बयान को लपक लिया। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जिसका डर था वही हुआ। कांग्रेस के बड़बोले नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान खान को बड़ा भाई बताया है। संबित पात्रा ने कांग्रेस से इस मुद्दे पर सफाई देने को कहा है।
सिद्धू का बयान कांग्रेस की सोची समझी साजिश का हिस्सा
दरअसल, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने विवादित बयान देकर भाजपा को कांग्रेस पर हमलावर होने का अवसर दे दिया। यही कारण है कि सिद्धू द्वारा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को 'बड़ा भाई' कहकर संबोधित करने पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने गंभीर आपत्ति जताई है। पात्रा का कहना है कि यह अचानक निकला बयान नहीं है। यह कांग्रेस की सोची समझी साजिश का हिस्सा है। कांग्रेस को पाक पीएम इमरान खान में भाई जान दिखता है। राहुल गांधी के कहने पर ही नवजोत सिंह सिद्धू ने इमरान खान को 'बड़ा भाई' कहा।
कांग्रेस को हिंदुत्व में दिखता है खतरा
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस को हिंदुत्व में खतरा दिखता है। सिद्धू की ओर से करतारपुर में दिया गया बयान हिंदुत्व के खिलाफ कांग्रेस की साजिश का हिस्सा है। पहले कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की किताब सामने आती है, जिसमें हिंदुत्व की तुलना बोको हरम और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों से की जाती है। इसके बाद मणिशंकर अय्यर मुगलों को महान बताते हैं। फिर शशि थरूप अपनी किताब के विमोचन के अवसर पर हिंदुत्व और हिंदू का मुद्दा उठाते हैं। फिर राहुल गांधी का बयान सामने आता है कि हिंदुत्व एक खतरा है। अब सिद्धू इमरान खान को बड़ा भाई बताते हैं। आखिर ये सब क्या है?
इतना ही नहीं, भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने हिंदुत्व को वैश्विक खतरा बताया था। उनका यह बयान राहुल गांधी के हिंदुत्व पर दिए गए बयान के बाद आया था। साल 2020 में राहुल गांधी के ही बयानों को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र में उठाया था। असल में राहुल गांधी के बयानों को पाकिस्तान आगे बढ़ा रहा है, यह एक साजिश के तहत हो रहा है।