Prayagraj Bulldozer News : मो. जावेद के घर पर सिर्फ नोटिस देकर चला बुलडोजर, हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस बोले- यह पूरी तरह गैरकानूनी
Prayagraj Bulldozer Case : मो. जावेद के घर पर सिर्फ नोटिस देने के बाद चला दिया गया बुलडोजर, हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस बोले- यह पूरी तरह गैरकानूनी
Prayagraj Bulldozer News : रविवार 13 जून को उत्तर प्रदेश की योगी अदित्यनाथ सरकार सरकार ने कथित तौर पर प्रयागराज हिंसा (Prayagraj Bulldozer News) के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के घर पर बुलडोजर से ढहा दिया है। हालांकि पीडीए की इस कार्रवाई का प्रयागराज हिंसा से कोई लेना-देना नहीं था।
हाईकोर्ट के पूर्व जज ने कार्रवाई को अवैध ठहराया
रविवार को जावेद पंप का घर बुलडोजर से गिराए (Prayagraj Bulldozer News) जाने के बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते कहा है कि, "यह पूरी तरह से अवैध है। भले ही आप एक पल के लिए भी मान लें कि निर्माण अवैध था, वैसे ही देश में करोड़ों भारतीय कैसे रहते हैं, जब घर के निवासी हिरासत में हैं तो आपको इस बात की इजाजत नहीं है कि आप उसके घर को ध्वस्त कर दें। पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने कहा, यह तकनीकी मुद्दा नहीं बल्कि कानून के शासन का सवाल है।
सीएए के विरोधी प्रदर्शनकारियों के पोस्टर लगाने को भी बताया था गैरकानूनी
पूर्व जज की ये टिप्पणियां इस मामले को लेकर महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये वही माथुर हैं जिन्होंने 8 मार्च, 2020, रविवार को, सीएए विरोध प्रदर्शनों में आरोपियों के शहर भर में "नाम और शर्म" के पोस्टर लगाने के लखनऊ प्रशासन के विवादास्पद निर्णय (Prayagraj Bulldozer News) पर स्वत: संज्ञान लिया था। अदालत ने माना कि सरकार के इस कदम को गैरकानूनी बताया गया और आरोपी के निजता के अधिकार का उल्लंघन किया गया।
आपको बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर को लेकर टिप्पणी की थी जिसके बाद पूरे देश में इस बात को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए थे। इस दौरान प्रयागराज में भी हिंसक प्रदर्शन (Prayagraj Bulldozer News) हुए थे जिसका मास्टरमाइंड कथित तौर पर जावेद को बताया जा रहा है। अब इस बीच जावेद के घर को गिराने की कार्रवाई भी प्रशासन की ओर से कर दी गयी है।
जावेद शहर के नागरिक समाज के प्रमुख सदस्य और वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया संस्था के सदस्य हैं और उनकी बेटी आफरीन फातिमा पार्टी की छात्र शाखा फ्रेटरनिटी मूवमेंट की राष्ट्रीय सचिव है। पुलिस ने शनिवार को 54 वर्षीय जावेद पंप को गिरफ्तार किया और दावा किया कि वह शुक्रवार के विरोध प्रदर्शन (Prayagraj Bulldozer News) के साजिशकर्ताओं में से एक था। एसएसपी अजय कुमार ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान जावेद ने कहा कि आफरीन अक्सर उसे सुझाव देती थी।
हालांकि, उन्होंने ये भी बताया है कि उनकी प्रारंभिक जांच में उन्हें आफरीन के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है। जावेद की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष इलियास एसक्यूआर ने कहा, "… हम कानूनी रूप से उनकी (जावेद) मदद करने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। उसे फंसाया जा रहा है…"
जावेद ने कोरोना लहर में 24 घंटे काम किया था
एक कार्यकर्ता ने जावेद के बारे में बताते हुए कहा, "प्रयागराज में पिछले 30 सालों से जावेद कई विरोध प्रदर्शनों (Prayagraj Bulldozer News) का हिस्सा रहे हैं। साल 2020 में हुए सीएए विरोध के लिए कौन नहीं था? इस विरोध प्रदर्शन में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, नास्तिक… सभी ने हिस्सा लिया और जावेद ने भी।" पार्टी के एक सदस्य ने बताया, "जावेद ने महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान "चौबीसों घंटे काम किया।"
छात्र राजनीति में सक्रिय है बेटी आफरीन फातिमा
वहीं जावेद की बेटी आफरीन फातिमा पिछले कई सालों से छात्र राजनीति (Prayagraj Bulldozer News) में सक्रिय हैं। उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से भाषा विज्ञान में बीए ऑनर्स किया। उसने दिल्ली के जेएनयू से भाषा विज्ञान में अपने मास्टर के लिए दाखिला लिया। जहां साल 2019 में वह छात्र संघ में एक पार्षद के रूप में चुनी गई। उन्होंने 2021 में जेएनयू से स्नातक किया। जेएनयूएसयू अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा, "आफरीन मेरी काउंसिल का हिस्सा थीं और कैंपस में एक बहुत ही मुखर छात्र कार्यकर्ता थीं। हम उनके साथ खड़े रहेंगे और उन्हें जो भी मदद की जरूरत होगी, हम देंगे।"
जावेद के समर्थन में ओवैसी ने भी योगी सरकार पर साधा निशाना
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी प्रयागराज में जावेद पंप के घर पर योगी सरकार का बुलडोजर चलाए जाने (Prayagraj Bulldozer News) के बाद हमला बोला है। ओवैसी ने कहा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस बन गए हैं। वह किसी को भी दोषी ठहराएंगे और उनके घरों पर बुलडोजर चलाकर तोड़ देंगे? ओवैसी ने कहा, जो मकान गिराया गया वह आरोपी की पत्नी के नाम पर है जो कि एक मुस्लिम महिला है।