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Purushottam Rupala : संसद में पुरुषोत्तम रुपाला का क्यों हाई हो गया पारा, क्यों कहा - ये-ये करने से कुछ नहीं होता

Janjwar Desk
2 Aug 2022 9:17 AM GMT
Purushottam Rupala : संसद में पुरुषोत्तम रुपाला का क्यों हाई हो गया पारा, क्यों कहा - ये-ये करने से कुछ नहीं होता
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Purushottam Rupala : संसद में पुरुषोत्तम रुपाला का क्यों हाई हो गया पारा, क्यों कहा - ये-ये करने से कुछ नहीं होता

Purushottam Rupala : प्रश्नकाल में किसान क्रेडिट कार्ड पर सवाल-जवाब के दौरान केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला विपक्षी सांसदों की टोका-टोकी से इतने नाराज हो गए वो खुद जोर-जोर से चिल्लाने लगे।

Purushottam Rupala : मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर किसान क्रेडिट कार्ड ( Kisan Credit Card ) के मुद्दे पर तू-तू मैं'-मैं हुई। प्रश्नकाल में किसान क्रेडिट कार्ड ( Kisan Credit Card ) पर सवाल-जवाब के दौरान केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ( Purushottam Rupala ) विपक्षी सांसदों की टोका-टोकी से इतने नाराज हो गए वो खुद जोर-जोर से चिल्लाने लगे। विपक्षी सदस्यों की तरफ उंगुली दिखाकर बातें करने लगे।पुरुषोत्तम रुपाला जब बोल रहे थे तो डीएमके के सांसद दयानिधि मारन, कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले भी मंत्री से जोर-जोर से बोलते दिखे।

KCC के तहत किसानों-मछुआरों को भी मिलेगा लोन

दरअसल, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ( Supriya sule ) किसान क्रेडिट कार्ड ( Kisan Credit Card ) को लेकर कुछ सवाल पूछ रही थीं तभी रुपाला बीच में जवाब देने को उठे। इस दौरान विपक्षी सदस्य टोका-टोकी कर रहे थे। इस पर रुपाला को गुस्सा आ गया। वह विपक्ष की तरफ हाथ उठाकर बोलने लगे। रुपाला ( Purushottam Rupala ) ने कहा कि केसीसी को लेकर कन्फ्यूजन चल रहा है। केसीसी के बारे में सारे सांसदों और देशवासियों को बताना चाहता हूं, केसीसी किसानों के लिए था। पशुपालकों और मछुआरों को भी अब इसमें शामिल किया गया है। केसीसी का मकसद किसानों को 1.60 लाख रुपए तक का संस्थागत लोन देने का प्रावधान है। अब इसमें मछुआरों और पशुपालकों को भी शामिल किया गया है। हालांकि, अभी ये लागू नहीं हुआ है। उन्हें लोन देने की प्रक्रिया कुछ दिनों में चालू होगी।

ऊंची आवाज में बोलने से नहीं होगा किसानों और मछुआरों का हित

विपक्ष की ओर से कुछ सांसदों ने कुछ कहा तो रुपला आपे से बाहर हो गए। कहा - अरे आप यूं-यूं ही करते रहें। 50 साल में दिया नहीं। जो कुछ देना था वो नरेंद्र मोदी ने दिया। उसपर आप सवाल करते रहते हो। ऐसे-ऐसे हाथ करने से क्या होता है। ऐसे कुछ नहीं होता है। नरेंद्र मोदी ने दिया। अभी लोगों को देने की कोशिश चल रही है। अभी तो मिलने की शुरुआत हुई है। ये किसान क्रेडिट कार्ड ( Kisan Credit Card ) किसानों का ये मिलाकर कर रहे हैं। ऊंची आवाज में बोलने से किसानों और मछुआरों का हित नहीं हो सकता। ये-ये करने से कुछ नहीं होता। देना पड़ता है। नरेंद्र मोदी ने दिया है।

किसान क्रेडिट का लोन माफ नहीं होता

लोकसभा में जब किसान क्रेडिट कार्ड पर सवाल जवाब चल रहा था तभी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि कभी किसान क्रेडिक कार्ड का कोई लोन कभी माफ नहीं होता है, जितनी मेरी जानकारी में है। किसी सरकार ने आजतक किसान क्रेडिक कार्ड पर लोन माफ किया है क्या। मेरे सवाल का जवाब दीजिए।

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