Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

गुजरात के बिजनेस ग्रुप पर छापा: 24 करोड़ कैश और 20 करोड़ का सोना मिला, 1000 करोड़ से ज्यादा का कालाधन बरामद

Janjwar Desk
4 Aug 2022 1:12 PM IST
गुजरात के बिजनेस ग्रुप पर छापा: 24 करोड़ कैश और 20 करोड़ का सोना मिला, 1000 करोड़ से ज्यादा का कालाधन बरामद
x
पिछले महीने 20 तारीख को आयकर विभाग की तरफ से यह कार्रवाई की गई है. विभाग ने यह कार्रवाई गुजरात के अहमदाबाद, खेड़ा, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में 58 जगहों पर छापा मारा था.

Icome Tax Raid at Gujrat: इन दिनों ईडी और इनकम टैक्स की छापेमारी इतने नोट देखने को मिल रहे हैं जिन्हें देखकर आम जनता को गुस्सा आता है. पिछले दिनों पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के यहां पर नोटों का ढेर देखकर हर कोई हैरान रह गया था. अब खबर मिल रही है कि गुजरात में इनकम टैक्स ने छापेमारी की और तकरीबन एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की आय का खुलासा किया है. इसमें बड़ी मात्रा में नकदी और ज्वैलरी शामिल है. बता दें कि गुजरात का यह औद्योगिक घराना चिरिपाल ग्रुप है। इसके चेयरमैन वेद प्रकाश डी चिरिपाल हैं.

पिछले महीने 20 तारीख को आयकर विभाग की तरफ से यह कार्रवाई की गई है. विभाग ने यह कार्रवाई गुजरात के अहमदाबाद, खेड़ा, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में 58 जगहों पर छापा मारा था. विभाग ने कार्रवाई के बाद यह भी दावा किया है कि पिछले महीने तलाशी के दौरान अब तक 1,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के लेनदेन का पता चला है. इसमें 24 करोड़ रुपये नकद और 20 करोड़ रुपये की कीमत की ज्वैलरी बरामद की गई है.

विभाग ने यह भी बताया है कि यह ग्रुप बड़े पैमाने पर टैक्स की चोरी करता था. इस बात का खुलासा तब हुआ है जब सर्च टीम तलाशी ले रही थी. दरअसल तलाशी के दौरान कुछ आपत्तिजनक चीजें और डिजिटल डाटा मिला है. जिसमें कई और भी खुलासे होने के इमकान हैं. इन्हीं सबूतों की बुनियाद पर कहा जा सकता है कि यह ग्रुप टैक्स चोरी में शामिल था.

पता चला है कि आयकर विभाग यह बिजनेस ग्रुप कपड़ा, रसायन, पैकेजिंग और एजुकेशन के क्षेत्र में कारोबार कर रहा है. सेंट्रर्ल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) का कहना है कि जब्त किए गए डेटा से पता चल रहा है कि यह बिजनेस ग्रुप प्रवर्तकों के पर्सनल यूज के लिए फर्जी ऑर्गनाइंजेशंस के ज़रिए से भी पैसे निकाल रहा था. साथ ही ग्रुप की पब्लिक लिमिटेड कंपनियों के खातों में भी हेरफेर किया जा रहा था.

Next Story

विविध