Rajya Sabha Elections 2022 : राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग रोकने के लिए कांग्रेस के सामने मेंढक बटोरने जैसी चुनौती, क्या रिजॉर्ट में विधायकों की ऐश-मौज काम करेगी?
Rajya Sabha Elections 2022 : हरियाणा से छत्तीसगढ़ शिफ्ट किए जाने के समय बस में सवार कांग्रेस विधायक
Rajya Sabha Elections 2022 : देश में इन दिनों संसद के उच्च सदन राज्यसभा (Rajya Sabha Elections 2022) के चुनाव को लेकर मौसमी पार के साथ-साथ राजनीतिक पारा भी चढ़ा हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली के साथ-साथ देश के जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां एक के बाद एक राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है।
खासकर राजस्थान और हरियाण में राजनीतिक सरगर्मी विशेष रूप से बढ़ी हुई है। यहां आगामी 10 जून को चुनाव होने हैं। केन्द्र में सत्ताधारी भारतीय जनता ने पार्टी इन दोनों राज्यों में एक-एक निर्दलीय उम्मीदवार (Rajya Sabha Elections 2022) को मैदान में उतार कर कांग्रेस को संकट में डाल दिया है।
अब कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग की चिंता सताने लगी है। क्रांग्रेस के सामने फिलहाल अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए मेंढक बटोरने जैसी चुनौती है। इस चुनौती का सामना करने के लिए कांग्रेस ने विधायकों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है। वह अपने अपनी कमजोरियों और सुराखों को भरने के काम में जुट गयी है। कांग्रेस ने अपने विधायकों की बाड़ेबंदी शुरू कर दी है।
हरियाणा के 31 में से 28 विधायक छत्तीसगढ़ के रिजॉर्ट में शिफ्ट किए गए
हरियाणा में अपने 31 में से 28 विधायकों को कांग्रेस ने दिल्ली से विशेष विमान से छत्तीसगढ़ भेज दिया है, जहां उन्हें रिजॉर्ट में ठहराया गया है। इनको 10 जून को मतदान के दिन चंडीगढ़ लाया जाएगा। हरियाणा कांग्रेस के विधायक कुलदीप बिश्नोई, किरण चौधरी और चिरंजीव राव दिल्ली नहीं गए हैं। ऐसी खबरें आ रही हैं।
हरियाणा में अजय शर्मा के बेटे कार्तिकेय भी चुनाव मैदान में
आपको बता दें कि हरियाणा में दो सीटों के राज्यसभा के चुनाव (Rajya Sabha Elections 2022) होने हैं। पर तीसरे उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस के पूर्व नेता अजय शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने भी मैदान में उतरकर अपनी ताल ठोक दी है। यही कांग्रेस के लिए परेशाानी का सबब बन रही है। खबरों के मुताबिक शर्मा के संपर्क में कांग्रेस के कुछ नेता हैं, जो उनकी फिल्डिंग सेट करने में उनकी मदद कर रहे हैं। ऐसे में अगर कार्तिकेय शर्मा अपने पक्ष में क्रॉस वोटिंग करवाने में सफल हो जात हैं, तो यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
हरियाणा में भाजपा को पहली सीट के लए 31 और दूसरी सीट के लिए 30 विधायकों के समर्थन की जरूरत पड़ेगी। 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 40 जबकि कांग्रेस के 31 विधायक हैं। जबकि, भाजपा की सहयोगी जजपा के पास 10 विधायक हैं। सात निर्दलीय विधायक है, जबकि एक-एक विधायक एनएलडी और एचएलपी के हैं। ऐसे में, कांग्रेस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं कुलदीप विश्नोई। वो किधर जाएंगे इसको लेकर कांग्रेस में अनिश्चितता बनी हुई है।
राजस्थान में भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है कांग्रेस
राजस्थान की चार राज्यसभा सीटों (Rajya Sabha Elections 2022) के लिए भी कांग्रेस और भाजपा के बीच खूब जोड़-तोड़ की राजनीति हो रही है। कांग्रेस ने अपने 40 विधायकों समेत अपने एक निर्दलीय विधायक को भी क्रॉस वोटिंग करने के डोरे डालनेवालों से बचाने के लिए जयपुर से उदयपुर भेज दिया है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक एक होटल में ठहराया गया है। इससे पूर्व राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आधिकारिक आवास पर विधायकों के साथ एक भोज का कार्यक्रम भी रखा गया था। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यसभा की तीन सीटों पर जीत दर्ज करने का दावा किया था।
अशोक गहलोत ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया
उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि बीजेपी विधायकों की खरीद-फरोख्त (Rajya Sabha Elections 2022) की कोशिश कर रही है। इस बीच बहुजन समाज पार्टी की ओर से राज्यपाल कलराज मिश्र और विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को पत्र लिखकर बसपा से बगावत कर कांग्रेस में शामिल होने वाले 6 विधायकों की सदस्यता समाप्त करने की मांग भी की गयी है। वहीं इस मुद्दे पर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा है कि, वे अब कांग्रेस के विधायक हैं, इसलिए सदस्यता समाप्त होने का सवाल ही नहीं उठता है।