Rakesh Tikait : आशीष मिश्रा बाहर आया तो जेल के बाहर ही धरने पर बैठेंगे, राकेश टिकैत की चेतावनी
'भाजपा को जनता ने नहीं, ईवीएम ने दिया वोट'- राकेश टिकैत
Rakesh Tikait : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चुनाव के बीच किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri Case) मामले पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का दरवाजा खटखटाएगा जिसमें चार किसानों समेत आठ लोगों को गाड़ी से कुचलकर मारा गया था। इस मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) मुख्य आरोपी हैं। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने 10 फरवरी को जमानत दे दी थी। किसान आंदोलन के प्रमुख चेहरा राकेश टिकैट ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आशीष को जेल से बाहर किया गया तो हम जेल के बाहर ही धरना देने बैठ जाएंगे।
किसान नेता ने कहा भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि कुख्यात लखीमपुर खीरी प्रकरण को पूरे देश और दुनिया ने देखा। जघन्य अपराध करने के बावजूद आशीष मिश्रा को तीन महीने के भीत जमानत मिल जाती है। हर कोई इसे देख रहा है।
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि क्या ऐसी तानाशाही सरकार की जरूरत है या इस तरह की व्यवस्था की जरूरत है जिसमें कोई व्यक्ति जो एक वाहन के नीचे लोगों को कुचलता है वह तीन महीने के भीतर जेल से बाहर निकल जाता है। आने वाले समय में वे जनता के साथ कैसा व्यवहार करेंगे? ये हमारे मुद्दे हैं और लोगों को समझने की आवश्यकता है।
राकेश टिकैत ने दावा किया कि मामले में ऑनलाइन कोर्ट की सुनवाई के दौरान जब अभियोजन पक्ष अपनी बात रख रहा था तब बिजली गुल थी लेकिन पूरे बिंदु को अदालत के सामने नहीं रखा जा सका। उन्होंने किसान समुदाय और युवाओं से संबंधित मुद्दों पर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र और यूपी सरकार पर निशाना साधा, साथ ही विकास के लिए काम करने के बजाय सांप्रदायिक एजेंडे पर चुनाव लड़ने के लिए भगवा पार्टी की आलोचना की।
बता दें कि गन्ने की खेती के लिए लखीमपुर खीरी की आठ विधासभा क्षेत्र गोला गोकरनाथ, धौरहरा, श्रीनगर, लखीमपुर, मोहम्मदी, कस्ता, पलिया और निघासन मशहूर हैं। 2017 में भाजपा उम्मीदवारों द्वारा जीती गई सभी आठ विधानसभा सीटों पर चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होगा।