Ramadan 2022: कब से शुरू हो रहा है रमजान? कब है पहला रोजा? जानिए Sehri-Iftar की पूरी लिस्ट

Ramadan 2022: कब से शुरू हो रहा है रमजान? कब है पहला रोजा? जानिए Sehri-Iftar की पूरी लिस्ट
Ramadan 2022: ऊदी अरब, यूएई और ऑस्ट्रेलिया सहित कई देशों में रमजान का चांद नजर आ चुका है। चांद दिखते ही इन देशों में रमजान का महीना आज शाम से शुरू हो गया है और कल से यहां मुस्लिम रोजा रखना शुरू करेंगे। भारत में सऊदी अरब की तुलना में एक दिन बाद चांद दिखाई देता है। ऐसे में भारत में कल यानी शनिवार को चांद दिखाई देने की उम्मीद है और यहां रविवार से रोजा रखा जाएगा।
चांद दिखने वाली शाम को तरावीह की विशेष नमाज अदा की जाती है और अगले दिन सुबह से रोजे रखे जाते हैं। तरावीह से पहले एशा की नमाज अदा की जाती है। बता दें कि रमजान इस्लामिक कैलेंडर का 9वां महीना है और इसे पवित्र महीना माना जाता है।
अल्लाह की इबादत करने वाला पाक महीना रमजान अप्रैल महीने से शुरू होने जा रहा है। इसको लेकर मुस्लिम समुदाय जोर-शोर से तैयारी कर रहा है। इस पवित्र महीने का इंतजार मुस्लिम लोग बेसब्री से करते हैं। माना जाता है कि रमजान माह सीधे इंसान का खुदा से साक्षात्कार कराता है। लोग संयमित होकर ऊपरवाले से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। अनुमान के मुताबिक रमजान का महीना 2 अप्रैल 2022 से शुरू हो रहा है।
तीन अप्रैल के दिन पहला रोजा
अगर दो अप्रैल को चांद दिखा तो तीन अप्रैल के दिन पहला रोजा रखा जाएगा। आमतौर पर, रमजान का चांद सबसे पहले सऊदी अरब और कुछ पश्चिमी देशों में दिखता है और इसके एक दिन बाद इसे भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों में देखा जाता है।
इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना रमजान
वैसे रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना माना जाता है। माना जाता है कि इस महीने में ही 610 ईसवी में पैगंबर मोहम्मद साहब पर लेयलत-उल-कद्र के मौके पर पवित्र धर्म ग्रंथ कुरान शरीफ नाजिल हुई थी इसलिए इस्लाम में रमजान को पाक माह का दर्जा दिया गया है।
रमजान का महत्व
इस्लामिक कैलेंडर का नवां महीना होता है रमज़ान या रमदान और इस महीने को इस्लाम धर्म में विश्वास करने वाले लोग पवित्र मानते हैं. रमजान के दौरान मुस्लिम धर्म के लोग रोज़े रखते हैं. अपने ईश्वर को धन्यवाद देते हुए रमज़ान के महीने के अंत में शव्वाल अर्थात इस्लामिक कैलेंडर का दसवां महीने की पहली तारीख को ईद-उल-फितर का त्यौहार धूमधाम से मनाने का विधान है.
रमजान में होने वाली प्रमुख इबादत
इस्लाम की रवायत के अनुसार, रमजान के महीने में रोजा रखना अनिवार्य होता है. रमजान के महीने में सहरी और इफ्तार ये दो महत्वपूर्ण रस्में होती हैं. रमजान के दिनों में सुबह के समय में जब भोजन किया जाता है तो उसे सहरी कहते हैं. सहरी दिन में सूरज के निकलने से पहले किया जाता है. सेहरी करने को सुन्नत कहते है. वहीं दिनभर रोजा रखने के बाद शाम के समय जब सूरज डूब जाता है तब रोजा खोला जाता है इसे इफ्तार कहा जाता है.
रमजान में इन बातों का रखें ख्याल
रमजान का मतलब सिर्फ रोजा रखने से ही नहीं है बल्कि इस एक महीने उन चीजों से भी तौबा की जाती है जो इंसानियत के दायरे में नहीं आती हैं. इस दौरान किसी भी तरह के गलत कार्य नहीं किये जाते हैं. साथ ही गलत चीजों से तौबा की जाती है. रमजान का महीना इंसान को खुदा के समीप लाता है.
भारत के शहरों में 'सहरी' और 'इफ्तार' का समय
'सहरी'
- हैदराबाद -05:01am
- दिल्ली - 04:56am
- अहमदाबाद-05:20am
- सूरत- 05:21am
- मुंबई-05:22am
- पुणे- 05:19am
- बैंगलोर- 05:07am
- चेन्नई-' 04:56am
- कोलकता- 04:17am
- कानपुर- 04:46am
इफ्तार
- हैदराबाद -06:30pm
- दिल्ली - 06:38pm
- अहमदाबाद- 06:55pm
- सूरत- 06:53pm
- मुंबई-06:52pm
- पुणे- 06:48pm
- बैंगलोर- 06:32pm
- चेन्नई-' 06:21pm
- कोलकता- 05:51pm
- कानपुर- 06:25pm











