Begin typing your search above and press return to search.
राष्ट्रीय

पत्रकार छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण के दोषी राम रहीम की हालत गंभीर, रोहतक जेल में है बंद

Janjwar Desk
12 May 2021 3:10 PM GMT
पत्रकार छत्रपति की हत्या और साध्वियों के यौन शोषण के दोषी राम रहीम की हालत गंभीर, रोहतक जेल में है बंद
x

photo : social media

राम रहीम की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलते ही उसके अनुयायियों में भी हड़कंप मचा हुआ है, हरियाणा और पंजाब में गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों की संख्या बहुत ज्यादा है...

जनज्वार, चंडीगढ़। आज 12 मई को अचानक पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या व साध्वियों के यौन शोषण के दोषी रोहतक जेल में बंद डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की तबीयत बिगड़ गई। राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। जैसे ही उसकी तबीयत खराब होने की जानकारी जेल प्रशासन को मिली, अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन फानन में सीनियर अधिकारियों को इस बारे में अवगत कराया गया है।

बाद में भारी सुरक्षा में गुरमीत राम रहीम को रोहतक पीजीआई ले जाया गया। अभी वहां उसका इलाज चल रहा है। पीजीआई प्रशासन की ओर से अभी यह नहीं बताया गया कि गुरमीत राम रहीम को हुआ क्या है? लेकिन माना जा रहा है कि उसे कोरोना हो गया है। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ी है।

राम रहीम को पूर्व साध्वियों से दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के कत्ल की साजिश में 20 साल के लिए जेल में बंद है। जब से उसे सजा हुई है, वह एक बार बाहर आया है, वह भी अपनी अस्पताल में दाखिल अपनी माता को देखने के लिए। सुनारिया के पास स्थित रोहतक की जिला जेल इस समय 1016 विचाराधीन और 607 सजायाफ्ता कैदी हैं। कोविड की वजह से जेल में कैदियों की मेल मुलाकात भी बंद कर दी थी।

पिछले दिनों ही जेल में कम्युनिटी रेडियो की शुरुआत की गयी थी। इसके लिए कैदियों को आरजे का प्रशिक्षण दिया गया था। इस प्रशिक्षण के दूसरे चरण में गुरमीत राम रहीम का भी नाम शामिल है।

गुरनाम की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलते ही उसके अनुयायियों में भी हड़कंप मचा हुआ है। हरियाणा और पंजाब में गुरमीत राम रहीम के अनुयायियों की संख्या बहुत ज्यादा है।

उनके अनुयायी अब इधर उधर से गुरमीत की तबीयत की जानकारी जुटाने में लगे हुए हैं।

कौन है गुरमीत राम रहीम

गुरमीत राम रहीम हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के मुखिया है। यह डेरा हरियाणा में 65 साल पुराना है। इसके करीब 45 आश्रम है। डेरे को गुरमीत राम रहीम ने जब से संभाला था, लगातार ऊंचाई दी। इसका परिणाम यह रहा कि डेरे के अनुयायियों की संख्या तेजी से बढ़ गयी। हरियाणा और पंजाब में डेरा के अनुयायियों के वोट लेने के लिए नेता भी गुरमीत के चक्कर काटते थे। वह अपने अनुयायियों में संत, फकीर, कलाकार, धर्मगुरु स्टंटमैन, गीतकार, संगीतकार गायक, रॉकस्टार आदि के तौर पर पहचान रखते हैं। इसका राजनीति में इतना दबदबा था कि मंत्री तक इसके दरबार में हाजिरी लगाते वक्त खड़े रहते थे। तब इसकी जान को खतरा बताते हुए उसे जेड प्लस सुरक्षा मिली हुई थी। गुरमीत ने कई फिल्मे में भी बनाई है। जिसमें वह खुद ही हीरो का किरदार निभाता था।

रेप के आरोप में 20 साल की सजा मिली हुई है

गुरमीत राम रहीम पर 2002 में महिला साध्वियों ने बलात्कार का आरोप लगाया था। इन्होंने एक गुमनात्र लिख कर राम रहीम की करतूत का पर्दाफाश किया। इस मामले में 28 अगस्त 2017 को गुरमीत को 20 साल की सजा सुनाई गयी थी। इसके अलावा गुरमीत पर पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या का भी आरोप है। इस मामले में उसे उम्र कैद की सजा दी गयी है। यह सजा बलात्कार की सजा पूरी होने के बाद शुरू होगी। गुरमीत पर इसके अलावा अपने शिष्य रणजीत सिंह की हत्या का भी आरोप है। बताया जाता है कि रणजीत सिंह डेरा की अवैध गतिविधियों को जान गया था। आरोप है कि डेरा संचालक को डर था कि वह बाहर इसका खुलासा न कर दें, इसलिए उसने मरवाया था । साधुओं को नपुंशक बनाने का भी मामला चल रहा है।

जनवरी में जब उसे पंचकूला स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में रेप मामले में सजा सुनाई जानी थी तो उसके अनुयायियों ने पंचकूला को घेर लिया था। सजा सुनाने के बाद अनुयायियों ने शहर में हिंसा फैला दी थी। इसमें 31 लोगों की मौत हो गई थी। हरियाणा और पंजाब में जबरदस्त हिंसा फैल गयी थी। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने हिंसा पर काबू पाया था।

विवादों में रहा गुरमीत का आश्रम

गुरमीत का आश्रम भी खासा विवादों में रहा था। बताया जाता है है कि उसके आश्रम में एक गुफा है। वहीं वह साध्वियों को बुला कर उनके साथ रेप करता था। इस गुफा में जाने की किसी को इजाजत नहीं थी। उसके कुछ विश्वास पात्र ही इस गुफा में जा सकते थे। गुरमीत को जब से सजा हुई है, आश्रम को अब उनकी अनुयायी हनीप्रीत संभाल रही है। हनीप्रीत पर भी हिंसा के मामले में कई आरोप लगे थे। डेरा सच्चा सौदा पतंजलि की तरह कई उत्पाद भी बनाता था। अनुयायियों के बीच इस सामान की अच्छी खासी बिक्री होती थी। हालांकि राम रहीम को सजा मिलने के बाद यह फैक्टरी अब बंद पड़ी है। डेरा की गतिविधियां भी अब सीमित हो गयी है। उसकी ब्रांचों में भी अब कार्यक्रम नहीं होते।

Next Story

विविध