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पत्नी को ईडी की नोटिस पर बोले संजय राउत-आ देखें जरा किसमें कितना है दम

Janjwar Desk
27 Dec 2020 4:47 PM GMT
पत्नी को ईडी की नोटिस पर बोले संजय राउत-आ देखें जरा किसमें कितना है दम
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File photo

वर्षा राउत को ED ने 29 दिसंबर को पूछताछ के लिए तलब किया है, नोटिस के बाद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा 'आ देखें जरा किसमें कितना है दम, जमके रखना कदम मेरे साथिया..

जनज्वार। प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) ने शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को नोटिस जारी कर पेश होने का आदेश दिया है। बताया जा रहा है कि यह सम्मन PMC बैंक घोटाला मामले में जारी किया गया है।

इसके मुताबिक, वर्षा राउत को ED द्वारा मंगलवार, 29 दिसंबर को पूछताछ के लिए तलब किया गया है। यह उनको पेश होने के लिए जारी तीसरा समन है, इससे पहले वह दो बार स्वास्थ्य आधार पर एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हुई हैं।

उधर ईडी के नोटिस के बाद संजय राउत ने ट्वीट किया है. संजय राउत ने ट्वीट कर कहा 'आ देखें जरा किसमें कितना है दम, जमके रखना कदम मेरे साथिया।'


आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, संजय राउत के एक नजदीकी कहे जा रहे प्रवीण राउत को कुछ दिन पहले ईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था। बताया जा रहा है कि प्रवीण राउत के अकाउंट से कुछ ट्रांजेक्शन वर्षा राउत के अकाउंट में हुआ। अब इसी संबंध में ईडी जानकारी जुटाना चाह रही है कि इसके पीछे का कारण क्या है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संजय राउत ने राज्य सभा चुनाव के दौरान अपने एफिडेविट में भी इस बात का जिक्र किया है कि प्रवीण राउत के अकाउंट से वर्षा राउत के अकाउंट में कुछ पैसे लोन के लिए गए हैं। ईडी इसी लेन देने के बारे में जानना चाहती है।


बताया जाता है कि ईडी ने पिछले साल अक्टूबर में पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक में कथित ऋण धोखाधड़ी की जांच के लिए हाउजिंग डेवलपमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल), उसके प्रमोटर राकेश कुमार वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन, उसके पूर्व अध्यक्ष वी. सिंह और पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस के खिलाफ पीएमएलए के एक मामला दर्ज किया था।

उधर ईडी के इस नोटिस पर एनसीपी के सीनियर नेता नवाब मलिक ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा 'जब से बीजेपी की सरकार केंद्र में आई है तब से ईडी का खेल चल रहा है। विपक्ष के नेताओं को डराने के लिए ईडी की नोटिस भेजी जाती है। महाराष्ट्र में कई नेताओं को नोटिस भेजी गई। राजनीतिक द्वेष के चलते भय पैदा करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है।'

उन्होनें कहा, 'जांच के लिए किसी ने मना नहीं किया है। लेकिन जांच के नाम पर आप किसी को बदनाम कर दें? पूरे अखबार को, मीडिया को ये बता दिया जाता है कि हम नोटिस भेजने वाले हैं। ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है।'

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