कानपुर में पेटदर्द की शिकायत पर हॉस्पिटल पहुंचा सब-इंस्पेक्टर, वार्ड बॉय ने लगाए 2 इंजेक्शन तो हो गई मौत
जनज्वार, कानपुर। कानपुर नगर ट्रैफिक पुलिस में तैनात सब इंस्पेक्टर की सोमवार 24 मई को उर्सला हॉस्पिटल में मौत हो गई। संदिग्ध परिस्थिति में हुई इंस्पेक्टर की मौत दो इंजेक्शन लगने के बाद बताई जा रही है। पेट दर्द की शिकायत पर उर्सला पहुंचे इंसपेक्टर को वार्ड बॉय ने दो इंजेक्शन लगाए थे, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
मूल रूप से बाराबंकी के रामनगर स्थित सिमरा गांव निवासी 43 वर्षीय प्रदीप कुमार सिंह कानपुर ट्रैफिक पुलिस में बतौर सब इंस्पेक्टर तैनात थे। वह यहीं की पुलिस लाइन में परिवार सहित रहते थे। प्रदीप वर्तमान में नंदलाल चौराहे पर ड्यूटी दे रहे थे। परिजनों ने बताया कि रविवार 23 मई की रात करीब 11 बजे वह ड्यूटी से घर पहुंचे थे। कुछ ही देर में पेट दर्द शुरू हो गया।
एसआई प्रदीप ने घर पर दवा ली, लेकिन आराम नहीं मिला। सोमवार 24 मई की सुबह 7 बजे प्रदीप ड्यूटी जाने के लिए निकले तो डॉक्टर से परामर्श लेने उर्सला पहुंच गए। परिजनों के आरोपों के मुताबिक यहां मौजूद एक वार्ड बॉय ने उन्हें 500 एमजी के दो इंजेक्शन लगा दिए, जिसके कुछ ही देर बाद प्रदीप की तबियत और बिगड़ गई। आनन-फानन परिजन उन्हें लेकर एक निजी अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने प्रदीप को मृत घोषित कर दिया।
टीएसआई प्रदीप के परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन लगाने से उनकी मौत हुई है। एसीपी कोतवाली व्रजनारायण सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण साफ नहीं हो सका है। परिजन अगर तहरीर देंगे तो जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल विसरा सुरक्षित कर जांच की जा रही है।
इस मसले पर डीसीपी पूर्वी अनूप कुमार सिंह कहते हैं, टीएसआई की मौत का मामला हमारे संज्ञान में है। पता किया जा रहा है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जिससे प्रदीप की अचानक मौत हो गई। तहरीर मिलती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस लाइन में रह रहे प्रदीप के परिवार में पत्नी शीला, 3 बेटियां दीप्ति, प्रगति और कीर्ति सहित एक बेटा प्रांजल भी है। मृतक सब इंस्पेक्टर के बेटे प्रांजल ने जनज्वार से हुई बातचीत में कहा उर्सला से वापस लौटकर प्रदीप ने बताया था कि डॉक्टर मिले नहीं। वार्ड बॉय ने तबियत पूछकर दो इंजेक्शन लगाए हैं। परिजनों को आशंका है कि ओवरडोज अथवा गलत इंजेक्शन लगाने से प्रदीप की जान चली गई।